Darjeeling Travel Guide: पहाड़ों की रानी दार्जिलिंग जाएं तो जरूर करें महाकाल धाम का दर्शन

punjabkesari.in Friday, Mar 21, 2025 - 07:57 AM (IST)

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Darjeeling Tourism 2025: भारत के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक दार्जिलिंग भी है, जिसे ‘पहाड़ियों की रानी’ भी कहा जाता है। एक ओर मन को मोह लेने वाले पहाड़ हैं तो दूसरी तरफ हरे-भरे खूबसूरत चाय के बागान। यह विश्व की सर्वश्रेष्ठ चाय का उत्पादन करने वाला क्षेत्र है। यह हिमालय की तलहटी में स्थित है और कंचनजंगा पर्वत शृंखला के सुंदर दृश्य प्रस्तुत करता है। दार्जिलिंग अपनी औपनिवेशिक वास्तुकला के लिए भी प्रसिद्ध है, क्योंकि यह ब्रिटिश राज के दौरान एक ब्रिटिश हिल स्टेशन था। शहर में नेपाली, तिब्बती और बंगाली समुदायों के मिश्रण के साथ एक समृद्ध सांस्कृतिक विरासत भी है।

Darjeeling altitude and weather ऊंचाई और मौसम
दार्जिलिंग समुद्र तल से लगभग 2,000 मीटर (6,700 फुट) की ऊंचाई पर स्थित है। यहां गर्मियों में औसत तापमान 15 से 25 डिग्री सैल्सियस तक यानी बहुत ही सुहावना रहता है।

PunjabKesari Darjeeling Tourism 2023

Darjeeling history इतिहास
19वीं शताब्दी के मध्य में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कम्पनी द्वारा हिल स्टेशन के रूप में विकसित किए जाने से पहले दार्जिलिंग पूर्वी हिमालय में एक छोटा-सा गांव था। यह क्षेत्र ब्रिटिश औपनिवेशिक प्रशासकों के लिए एक लोकप्रिय समर रिट्रीट बन गया और इस क्षेत्र में चाय की खेती की शुरूआत हुई, जिससे प्रसिद्ध दार्जिलिंग चाय उद्योग का विकास हुआ।

1947 में स्वतंत्रता के बाद दार्जिलिंग पश्चिम बंगाल राज्य का हिस्सा बन गया। इस क्षेत्र में एक समृद्ध सांस्कृतिक विरासत है, जिसमें तिब्बती, नेपाली और बंगाल के प्रभावों का मिश्रण शामिल है। यह क्षेत्र की नेपाली भाषी आबादी के लिए एक अलग राज्य की मांग करने वाले गोरखालैंड आंदोलन सहित राजनीतिक और सांस्कृतिक आंदोलनों का स्थल रहा है।

Darjeeling toy train ट्वॉय ट्रेन
ट्वॉय ट्रेन को 1999 में यूनेस्को ने विश्व धरोहर का दर्जा दिया था। आकर्षण का बड़ा केंद्र, यह ट्रेन छोटी लाइन की पटरियों पर न्यू जलपाईगुड़ी से दार्जिलिंग का सफर करती है। यह दिखने में बिल्कुल खिलौना की तरह ही खूबसूरत है इसलिए इसे ट्वॉय ट्रेन कहा जाता है। इसकी रफ्तार बहुत धीमी होती है और पूरे सफर में इसे लगभग 8 घंटे लग जाते हैं पर इस पर सवारी करने का आनन्द ही अनोखा है। ऊंचे-ऊंचे पहाड़ों से गुजरने वाली इस ट्रेन से जब आप बाहर की ओर झांक कर देखेंगे, तो लगेगा मानो कोई फिल्म चल रही हो।  

ट्वॉय ट्रेन 7408 फुट की ऊंचाई पर स्थित देश के सबसे ऊंचे रेलवे स्टेशन धूम से दार्जिलिंग पहुंचने से पहले विश्व प्रसिद्ध बतासिया लूप से बर्फ से ढंकी पर्वतमाला कंचनजंगा का मनोरम दृश्य दिखाती हुई नीचे उतरती है। इसके सफर के बाद प्रसिद्ध अंग्रेजी साहित्यकार तथा लेखक मार्क ट्वेन ने 1896 में लिखी अपनी पुस्तक में इसका उल्लेख रोमांचक, उत्तेजनापूर्ण और मुग्ध करने वाली यात्रा के रूप में किया था।

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Darjeeling tourism places: प्रमुख पर्यटन स्थल
दार्जिलिंग पहुंचने के बाद सैर-सपाटे के लिए विकल्पों की कोई कमी नहीं है।

इनमें से कुछ इस प्रकार हैं :

Tiger Hill टाइगर हिल
टाइगर हिल दार्जिलिंग का प्रसिद्ध आकर्षण है, जो अपने सूर्योदय के लिए मशहूर है। यहां से कंचनजंगा पर्वत के बीच से उगते सूरज की रंग-बिरंगी किरणों को देखना बहुत ही मनमोहक लगता है। 2,770 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह स्थल दार्जिलिंग से 14 किलोमीटर की दूरी पर है।

PunjabKesari Darjeeling Tourism 2023

Barbatia Rock Garden बरबतिया रॉक गार्डन
यह गार्डन दार्जिलिंग से लगभग 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां तक पहुंचने का रास्ता काफी घुमावदार और ऊंचे-ऊंचे पर्वतों और जंगलों के बीच से होकर जाता है। पर्यटकों को सबसे ज्यादा आनंद इसी रास्ते पर आता है। प्रकृति का अद्भुत नजारा देशी और विदेशी पर्यटकों का मन मोह लेता है। रॉक गार्डन में बेहद खूबसूरत झरने और कल-कल करते पानी की आवाज मन को अलग ही शांति प्रदान करती है।

Happy Valley हैप्पी वैली
हैप्पी वैली चाय का एक खूबसूरत बागान है, जो कई एकड़ जमीन में फैला हुआ है। इसकी हरियाली और सुंदरता देखकर पर्यटक मंत्रमुग्ध हो जाते हैं। यह पूरा इलाका बादलों से ढका हुआ है। यहां पहुंचने पर आपको ऐसा अनुभव होगा, जैसे आप बादलों को अपने हाथ से छू सकते हैं। हैप्पी वैली की हसीन वादियां पर्यटकों के मन में बस जाने वाली होती है। आप दार्जिलिंग आएं और यहां के चाय के बागान न देखें, ऐसा हो ही नहीं सकता।

Chowrasta चौरास्ता
दार्जिलिंग में चौरास्ता बेहद पॉपुलर है। पर्यटकों के साथ-साथ यहां स्थानीय लोग भी घूमने आते हैं। यहां से दार्जिलिंग की घाटियां और शानदार व्यूप्वाइंट देखने को मिलता है। यहां आपको देसी चाय की चुस्की का भरपूर आनंद लेने को मिलेगा। यहां से आप चाय पत्ती खरीद कर भी ले जा सकते हैं।

Mahakal Dham महाकाल धाम
यदि आप दार्जिलिंग आकर शंकर जी के दर्शन करना चाहते हैं, तो महाकाल धाम जरूर जाएं। यहां से कंचनजंगा की बर्फ से ढंकी चोटियों का नजारा भी देखने को मिलता है।

How to visit Darjeeling दार्जिलिंग कैसे घूमें ?
दार्जिलिंग घूमने के लिए आप यहां किराए पर बाइक, टैक्सी या शेयरिंग टैक्सी की सुविधा ले सकते हैं। यहां बाइक या स्कूटी भी बुक करा सकते हैं। इससे आप कम से कम खर्चे में अपनी मनपसंद जगह घूम सकते हैं।

Best time to visit Darjeeling दार्जिलिंग घूमने के लिए सबसे अच्छा समय
यहां जाने के लिए सबसे अच्छा समय अप्रैल से लेकर अक्तूबर के बीच का माना जाता है। इस समय यहां का मौसम सुहावना होता है।

 


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Content Writer

Niyati Bhandari

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