आ गई हैं कोरोना देवी, अब नौ दो ग्यारह होगा CORONA
punjabkesari.in Thursday, May 20, 2021 - 01:51 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
जैसे कि सब जानते हैं देश में कोरोना की दूसरी लहर के फैलने से देश भर में डर का माहौल बना हुआ है। हर कोई इससे बचने में लगा हुआ है। हर तरफ कोरोना के चर्चे हैं। मगर आपको बता दें कि अब कोरोना के चलते एक मंदिर अधिक रूप से चर्चा में आ चुका है। अगर आप सोच रहे हैं कि इसका कारण कहीं मंदिर को कोरोना के चलते बंद करना है तो बता दें जी नहीं। ये मंदिर को कोरोना के चलते बंद होने के कारण नहीं बल्कि एक बहुत ही खास कारण के चलते सुर्खियां बटोर रहा है। दरअसल हम बात कर रहे हैं कि तमिलनाडु में कोयम्बटूर के उपनगर इरुगुर में स्थापित किए गए मंदिर के बारे में जहां कोरोेना देवी की प्राण प्रतिष्ठा की गई है। जी हां, बताया जा रहा है कोरोना से कहर से परेशान लोगों ने कोरोना देवी की प्राण प्रतिष्ठा करवाई है।
दरअसल तमिलनाडु के कोयम्बटूर में स्थित कोरोना देवी की एक तस्वीर इंटरनेट पर वायरल हो रही है। जिस तस्वीर में कोरोना देवी की प्राण प्रतिष्ठा की दिखाई दे रही है। यहां के लोगों द्वारा पूछने पर पता चला कि यहां स्थित कमाचीपुरी आदिनाम मंदिर ने ‘कोरोना देवी’ की मूर्ति बनाने और प्रतिष्ठित करने का फैसला लिया है। प्रबंधन के मुताबिक ये देवी लोगों को कोविड-19 से बचाएगी। जानकारी के लिए बता दें कि आदिनाम का संचालन देखने वाले संचालक ने बताया कि ये जमीनी परंपरा रही है कि लोगों को प्लेग और बीमारियों से बचाने के लिए देवी को प्रतिष्ठित किया जाए। तमिलनाडु में पहले से ही प्लेग मरियाम्मन और कुछ अन्य ‘देवियां’ स्थापित हैं। जिनके बारे में लोगों की मान्यता है कि उन्होंने अतीत में प्लेग और हैजा जैसी महामारियों के दौरान लोगों का बचाव किया।
48 दिनों तक चलेगा महायज्ञ
आम लोगों को शामिल होने की अनुमति नहीं
यज्ञ के बाद स्थानीय लोग कर सकेंगे देवी के दर्शन
मंदिर प्रबंधन के अनुसार कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान संक्रमण से बड़ी संख्या में लोगों की मौत हुई है ऐसे में ग्रेनाइट से बनी 'कोरोना देवी' की मूर्ति स्थापित करने का फैसला किया गया है।