Delhi: लावारिस खंडित प्रतिमाओं के विसर्जन की मुहिम

punjabkesari.in Tuesday, Mar 14, 2023 - 10:09 AM (IST)

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Delhi: महानगरों की आधुनिक और भागदौड़ भरी जिंदगी में मान्यताओं और परंपराओं का क्षरण हो रहा है। इस स्थिति से दो-चार होना है, तो सार्वजनिक स्थानों पर लावारिस पड़ी मुर्तियों को देखिए, जिन्हें कुछ समय पहले तक आराधना मिलती थी और महज खंडित हो जाने पर उन्हें उचित गति देना भी आजकल लोग भूल जाते हैं। यह स्थिति न केवल सनातन मान्यताओं के विपरीत है बल्कि प्रकृति और स्वच्छता के लिहाज से भी कई चुनौतियां पेश करती है।  

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इस समस्या को पहचान कर राजधानी दिल्ली में लोगों का एक ऐसा समूह सक्रिय है, जो विशेषतौर से सार्वजनिक स्थानों पर छोड़ दी गई मूर्तियों को सद्गति प्रदान करने की कवायद में जुटा हुआ है। एक नया कदम स्वच्छ तीर्थ की ओर, संस्था के लोग दिल्ली के विभिन्न इलाकों में लावारिस अवस्था में पड़ी मूर्तियों को विसर्जित करने की मुहिम चला रहे हैं। इसके साथ ही लोगों को इसके प्रति जागरूक भी कर रहे हैं। संगठन अपनी इस मुहिम के माध्यम से स्वच्छता के महत्व को भी सार्थक कर रहा है और तीर्थ स्थलों और मंदिरों में स्वच्छता की मुहिम को भी संचालित कर रहा है।

एक ग्रामीण के तंज से मुहिम के लिए प्रेरित हुए लोग: एक नया कदम स्वच्छ तीर्थ की ओर (संगठन) के संस्थापक संजीव छिब्बर के मुताबिक वह अक्षरधाम मंदिर के पास किसी काम से मौजूद थे और इस दौरान राजस्थान के किसी ग्रामीण क्षेत्र से कुछ पर्यटक अक्षरधाम मंदिर घूमने आए थे। अक्षरधाम मंदिर के विपरीत रिहायशी इलाके में मौजूद एक पार्क की दीवार पर कतार से मूर्तियां रखीं थी। यह वही मूर्तियां थी, जिसे लोग खंडित होने पर विसर्जित नहीं करते। यह मुद्दा ग्रामीण पर्यटकों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ था। छिब्बर के मुताबिक लोग इस कदर आधुनिक हो गए हैं कि सनातनी परंपराओं का पालन तक नहीं करते हैं। यह बात छिब्बर के दिल में चुभ गई और तभी उन्होंने संकल्प किया कि वे सार्वजनिक स्थानों पर छोड़ दिए गए मूर्तियों को विधिवत विसर्जित करने की मुहिम चलाएंगे। 

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Content Writer

Niyati Bhandari

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