Bihar Panchami Festival 2025: वृंदावन के ठाकुर श्री बांके बिहारी लाल जी के प्राकट्य उत्सव पर कुछ इस तरह मचेगी धूम
punjabkesari.in Thursday, Nov 20, 2025 - 07:04 AM (IST)
Bihar Panchami Festival 2025: वृंदावन की भक्ति परंपरा में रसिक शिरोमणि, अनन्य नृपति भक्त स्वामी श्री हरिदास जी महराज का स्थान अद्वितीय है। शास्त्रों में वर्णित है कि उनके मधुर संगीत और गहन साधना से ही ठाकुर श्री बांके बिहारी लाल जी का दिव्य प्राकट्य हुआ। इसी दिव्य लीला की स्मृति में प्रतिवर्ष (Bihar Panchami Mahotsav 2025) ‘श्री बिहार पंचमी महोत्सव’ हर्ष, उल्लास और गूंजती भक्ति के साथ मनाया जाता है। इस वर्ष भी यह पावन महोत्सव हर्ष उल्लास और धूमधाम से पूज्य सेवा अधिकारी श्री राजू गोस्वामी जी की प्रेरणा से दो दिवसीय भव्य आयोजन के रूप में संपन्न होगा।

Program of Bihar Panchami Festival बिहार पंचमी महोत्सव का कार्यक्रम
24 नवंबर – ठाकुर श्री बांके बिहारी जी के प्राकट्य दिवस का समाज गायन (सत्संग) और भंडारा
पहले दिन वृंदावन की परंपरा के अनुरूप मधुर समाज गायन, स्वामी श्री हरिदास जी की रचित पदावलियां एवं भक्ति से भरपूर समाज गायन (सत्संग) आयोजित होगा। भजन-संकीर्तन के पश्चात सभी भक्तों के लिए दिव्य भंडारा प्रसाद की व्यवस्था रहेगी। यह दिन ठाकुर जी के प्राकट्य की दिव्य लीला को स्मरण कराने वाला विशेष समारोह माना जाता है।
25 नवंबर – बिहार पंचमी शोभायात्रा व बधाई उत्सव
दूसरे दिन श्री निधिवनराज से भक्तगण स्वामी श्री हरिदास जी की सवारी के साथ नृत्य, कीर्तन और उल्लास के बीच ठाकुर श्री बांके बिहारी जी के दर्शन हेतु प्रस्थान करेंगे। वृंदावन की गलियां “बधाई हो बिहारी जी” के मधुर जयकारों से गूंज उठेंगी।
यह शोभायात्रा भक्तों के लिए केवल एक परंपरा नहीं, बल्कि भक्ति का जीवंत अनुभव है, जिसमें हर कदम पर रस, माधुर्य और प्रभु की कृपा वर्षा होती है।

Importance of service and cooperation in Bihar Panchami Festival बिहार पंचमी महोत्सव में सेवा व सहयोग का महत्व
पिछले कई वर्षों से भक्तगण तन, मन और धन से इस महोत्सव को सफल बनाने में अपना योगदान देते आए हैं। इस वर्ष भी आप सभी से विनम्र प्रार्थना है कि अपने परिवार सहित इस पावन आयोजन में सम्मिलित हों और ठाकुर श्री बांके बिहारी लाल जी की अपार कृपा प्राप्त करें।
Major services to be held during Bihar Panchami Festival बिहार पंचमी महोत्सव में होने वाली प्रमुख सेवाएं
इत्र सेवा, रंगोली सेवा, सोहनी सेवा, लड्डू भोग, 56 भोग सेवार्थ, भंडारा सेवा (दो दिन), मंदिर सजावट, पटाखा सेवा, पोशाक सेवा,
स्वर्ण आभूषण सेवा, दीपोत्सव सेवा (निधिवन और बांके बिहारी मंदिर), खिलौने, टॉफी, चॉकलेट सेवा, पुष्प सेवा, गुलाब जल व केसर सेवा
हर सेवा भक्त के लिए कृपा प्राप्त करने का सुनहरा अवसर है। श्री बिहार पंचमी महोत्सव केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि वृंदावन के आध्यात्मिक इतिहास, स्वामी हरिदास जी की भक्ति-साधना और ठाकुर श्री बांके बिहारी जी की दिव्य लीला का जीवंत स्मरण है। आप सभी इस भव्य आयोजन में सम्मिलित हों और ठाकुर जी की अनंत कृपा का अनुभव करें।

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