Best Motivational Story: जानें, झूठ को ताली और सच को क्यों मिलती है सजा ?
punjabkesari.in Saturday, Nov 01, 2025 - 02:52 PM (IST)
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Best Motivational Story: नदी के किनारे से लगे एक लट्ठे पर चार मेंढक बैठे हुए थे। एकाएक नदी में जल का स्तर ऊपर चढ़ने लगा और जल का बहाव तेज होने के कारण लट्ठा धारा में बह निकला। मेंढक खुशी से मस्त हो गए, उन्होंने ऐसी जल यात्रा पहले कभी नहीं की थी। थोड़ी देर बाद उनमें से एक मेंढक बोला, ‘‘बड़ा ही अजीब लट्ठा है, बिल्कुल किसी जीवित प्राणी की तरह तैर रहा है, मानो कोई बड़ी मछली या घड़ियाल हो। ऐसा लट्ठा पहले कभी नहीं देखा था।’’

यह सुनकर दूसरा मेंढक बोल पड़ा, ‘‘नहीं मेरे दोस्त, यह लट्ठा और लट्ठों जैसा ही है। यह नहीं चल रहा, चल तो नदी रही है समंदर की ओर। और हमें और लट्ठे को अपने साथ लिए बहती जा रही है।’’
इस पर तीसरा बोला, ‘‘ज्ञानी मित्रो! न लट्ठा चल रहा है और न नदी। गति हमारे विचारों में है, क्योंकि उसके बिना गति को हम देख ही नहीं सकते। तीनों मेंढक इस बात पर झगड़ने लगे कि दरअसल कौन-सी चीज चल रही है। बहस तेज हो गई और विवाद जोर पकड़ता गया, लेकिन वे सहमत नहीं हो सके। तब उन्होंने चौथे मेंढक की ओर देखा जोकि अब तक ध्यान से सब सुन रहा था, मगर खुद शांत था। उन्होंने चौथे से उसकी राय मांगी।’’

चौथा मेंढक बोला, ‘‘तुम में से हरेक ठीक है, गलत कोई नहीं। गति लट्ठे में है, पानी में है और हमारे विचारों में भी है।’’
इस पर तीनों मेंढकों को बड़ा गुस्सा चढ़ा क्योंकि कोई यह मानने के लिए तैयार नहीं था कि उसी की बात पूर्ण सत्य और बाकी दोनों की बात सर्वथा मिथ्या नहीं है। तब अजीब बात हुई। तीनों मेंढक मिल गए और उन्होंने चौथे मेंढक को धकेलकर नदी में गिरा दिया।

