अजब-गजब: पीपल के पेड़ में पूर्वजों की आत्मा रहती है...
punjabkesari.in Saturday, Apr 09, 2022 - 10:20 AM (IST)

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Peepal tree benefits: हिंदू धर्म में पीपल के पेड़ का बहुत महत्व है। इसे न केवल धर्म से जोड़ा गया है बल्कि स्वास्थ्य तथा वनस्पति को लेकर भी पीपल फायदेमंद माना गया है। स्कन्दपुराण में कहा गया है कि पीपल के मूल में विष्णु, तने में केशव, शाखाओं में नारायण, पत्तों में हरि और फलों में सभी देवताओं का वास होता है। गीता में भगवान कृष्ण ने पीपल को स्वयं अपना ही स्वरूप बताया है। कहा गया है कि पीपल के पेड़ को श्रद्धा से नमन करने से सभी देवता प्रसन्न हो जाते हैं।
पीपल के वृक्ष के नीचे ही गौतम बुद्ध ने ज्ञान की प्राप्ति की थी। प्राचीन समय में ऋषि-मुनि पीपल के वृक्ष के नीचे बैठकर ही तप या धार्मिक अनुष्ठान करते थे। इसके पीछे मान्यता यह थी कि इससे शुभ फल प्राप्त होता है। इसका उल्लेख रामायण, गीता, महाभारत एवं सभी बौद्ध पौराणिक एवं हिंदू ग्रंथों में है।
पीपल के पेड़ का ऐतिहासिक तथा वैज्ञानिक महत्व भी कम नहीं है। कहा जाता है कि चाणक्य के काल में पीपल के पत्ते सांप का जहर उतारने के काम आते थे। पीपल के पत्तों को जलाशय तथा कुंडों में भी डालते थे ताकि वे किसी भी प्रकार की गंदगी से मुक्त हो जाएं। किसी कुएं के आसपास पीपल के पेड़ का उगना बेहद शुभ संकेत माना जाता है।
हड़प्पा तथा सिंधु घाटी सभ्यता से संबंधित मुद्रा में देवतागण पीपल के पत्तों से घिरे रहते थे। पृथ्वी पर पाए जाने वाले सभी पेड़ों में से पीपल का पेड़ ऑक्सीजन को शुद्ध करने वाला और सबसे अहम वृक्ष होता है। यह एक ऐसा पेड़ है जो हमें 24 घंटे ऑक्सीजन देता है जबकि अन्य पेड़ रात में कार्बन डाइऑक्साइड या नाइट्रेट छोड़ते हैं।
यह एक ऐसा वृक्ष है जो सूर्य के ताप को तो रोक लेता है परन्तु उसके उजाले को नहीं रोकता इसलिए पीपल के पेड़ के नीचे छाया के साथ-साथ रोशनी भी होती है इसलिए कहा गया है कि इस पेड़ के नीचे रहने वाले लोग बुद्धिमान, निरोगी और अधिक उम्र वाले होते हैं।
पीपल के पेड़ में कई स्वास्थ्यवर्धक गुण भी होते हैं तथा यह पेड़ हमारे शरीर को कई बीमारियों से बचाने में तीव्र गति से कार्य करने की क्षमता रखता है। कहते हैं, पीपल के पेड़ में पूर्वजों की आत्मा रहती है। इसलिए रोज पीपल पर पानी चढ़ाना यानी जीवन को खुशियों से भरने की प्रार्थना करने जैसा है।