Banke Bihari Temple : रेलिंग व्यवस्था के बाद बदलेगा चढ़ावा सिस्टम, बांके बिहारी मंदिर में नई व्यवस्था लागू
punjabkesari.in Friday, Dec 19, 2025 - 09:58 AM (IST)
Banke Bihari Temple : वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में आए दिन होने वाली भारी भीड़ और अव्यवस्था को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित उच्चाधिकार प्रबंधन समिति ने कड़े कदम उठाने का निर्णय लिया है। इस नई योजना का मुख्य उद्देश्य श्रद्धालुओं को सुगम दर्शन कराना और मंदिर के भीतर ठहराव को कम करना है।
दक्षिणा पर प्रहार या पारदर्शिता की ओर कदम?
मंदिर में अब तक श्रद्धालु सीधे सेवायतों या उनके सहायकों को दक्षिणा देते थे, जिससे कई बार मंदिर प्रांगण में भीड़ जमा हो जाती थी और अव्यवस्था फैलती थी। समिति ने हाल ही में मंदिर से सहायकों को हटाने का प्रयास किया है। अब ऐसी व्यवस्था बनाई जा रही है कि श्रद्धालु अपनी श्रद्धा राशि सीधे मंदिर के दानपात्र में डालें या निर्धारित काउंटर पर जमा करें। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि मंदिर की आय का सही लेखा-जोखा रहे और श्रद्धालुओं को दर्शन के दौरान किसी दबाव का सामना न करना पड़े।
रेलिंग व्यवस्था: दर्शन होंगे 'चलते-फिरते'
मंदिर प्रांगण में भीड़ को एक जगह रुकने से रोकने के लिए आईआईटी रुड़की की टीम के सर्वे के आधार पर नई रेलिंग लगाई जाएगी। श्रद्धालु मंदिर के चबूतरे से ही एक निर्धारित रेलिंग वाली लाइन में प्रवेश करेंगे। यह रेलिंग उन्हें सीधे ठाकुर जी के सामने से होते हुए निकास द्वार तक ले जाएगी। इससे कोई भी श्रद्धालु या पंडा मंदिर के बीच में खड़ा होकर रास्ता नहीं रोक पाएगा, जिससे पीछे आने वाले भक्तों को लगातार दर्शन मिलते रहेंगे।
वीआईपी (VIP) दर्शन पर पूरी तरह रोक
प्रबंधन समिति ने स्पष्ट कर दिया है कि मंदिर में अब कोई 'विशेष' या वीआईपी दर्शन नहीं होगा। सभी भक्तों को एक ही लाइन में लगकर दर्शन करने होंगे। हाल ही में वीआईपी कल्चर को खत्म करने के लिए कई सख्त निर्देश जारी किए गए हैं, ताकि आम श्रद्धालु को घंटों इंतजार न करना पड़े।
आय-व्यय का होगा ऑडिट
अब मंदिर की हर दिन की आय और खर्च का विस्तृत रिकॉर्ड रखा जाएगा। हर महीने इस आय का ऑडिट किया जाएगा ताकि प्रबंधन में पूरी पारदर्शिता बनी रहे।
प्रमुख बदलाव एक नजर में
बिना ठहराव दर्शन: रेलिंग के जरिए भक्तों का प्रवाह लगातार बना रहेगा।
दान का नया तरीका: दक्षिणा सीधे मंदिर के आधिकारिक माध्यमों से ली जाएगी।
सहायकों पर सख्ती: मंदिर परिसर में अनाधिकृत व्यक्तियों के प्रवेश और दक्षिणा लेने पर रोक।
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