Astrology: ज्योतिष से जानें क्या होगा वर्ष 2022 में खास
punjabkesari.in Thursday, Jan 06, 2022 - 08:55 AM (IST)
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
2022 astrology predictions for india: नए साल का आगाज शनिवार से हुआ है और इसका समापन भी 31 दिसम्बर, 2022 को शनिवार के दिन ही होगा। पहली जनवरी की कुंडली के अनुसार वर्ष का आरम्भ आंशिक कालसर्प योग, कन्या लग्न, गंडमूल नक्षत्र तथा गंड योग में हुआ है जिसके पूरे विश्व में अलग-अलग प्रभाव होंगे।
ग्रहण : यह भी खास बात है कि 2022 में पृथ्वी पर 4 ग्रहण दिखाई देंगे। पहला सूर्य ग्रहण-1 मई, पहला चंद्रग्रहण- 16 मई, दूसरा सूर्य ग्रहण- 25 अक्तूबर तथा अंतिम चंद्रग्रहण- 8 नवम्बर को दृश्य होंगे।
शुक्र ग्रह का प्रतीक : अंक शास्त्र के अनुसार 2022 का योग 6 है जो शुक्र ग्रह का प्रतीक है।
विक्रमी संवत : पहली अप्रैल को नया विक्रमी संवत 2079 आरंभ होगा,जिसके अनुसार इस वर्ष राजा शनि तथा मंत्री गुरु रहेंगे। गुरु मीन राशि में 13 अप्रैल, 2022 से 24 अप्रैल, 2023 तक रहेंगे जबकि शनि 29 अप्रैल को मकर राशि सें कुंभ में आ जाएंगे।
कोरोना तथा अन्य प्रभाव
कोरोना का प्रभाव अप्रैल 2022 के बाद कम होना शुरू तो हो जाएगा परंतु अप्रैल 2023 से पहले समाप्त नहीं होगा। कोविड की तीसरी लहर का एहसास जनवरी में हो जाएगा और कई राज्यों में लॉकडाउन या लॉकडाऊन की पाबंदियां लगाई जा सकती हैं। किसान भी कोई न कोई मुद्दा लेकर आंदोलनरत रहेंगे।
मई में कोई जनहित तथा अभूतपूर्व कानून बनाया जा सकता है। देश कई बदलावों से गुजरेगा। अक्तूबर, 2022 से देश में राजनीतिक वातावरण लड़खड़ाता दिखेगा तथा आरोप-प्रत्यारोप पूर्ण रहेगा।
उथल-पुथल के संकेत
भारतीय ज्योतिष और अंक ज्योतिष के आधार पर आगामी वर्ष 2022 अत्यंत उथल-पुथल से भरे रहने का संकेत है। शासन-प्रशासन से लेकर जनजीवन तक के लिए शुभ संकेत नहीं है।
साल 2022 के स्पर्श की लग्न कन्या और राशि वृश्चिक है। चंद्रमा, मंगल एवं केतु के साथ तृतीय स्थान में रहने के कारण भारतवर्ष का पराक्रम तो बढ़ेगा किन्तु राजनीतिक अस्थिरता का भी योग बनेगा। बुध लग्नेश है, अत: बुध शनि की युति अपने आप में स्वतंत्र भाव रखती है, जो समाज में और प्रवृत्ति में निरंकुशता को बढ़ाएगी। शनि, बुद्ध के कारण जहां दुर्घटना, दैवीय एवं प्राकृतिक आपदा आएगी, वहीं शासन स्तर पर यथोचित न्याय की स्थापना होगी।
आर्थिक क्षेत्र में भारत में विदेशी पूंजी की वृद्धि होगी। लोहा एवं खाद्य-अखाद्य तेलों के मूल्य में वृद्धि होगी। देश में विविध प्रकार के रोगों की अधिकता रहेगी। इन सब के बावजूद अंक ज्योतिष के आधार पर कहा जा सकता है कि साल 2022 का पूर्णांक 6 है, जो शुक्र ग्रह का द्योतक है। अत: शनि, शुक्र और लग्नेश बुध की परस्पर मित्रता के कारण भारतवर्ष आर्थिक दृष्टि से विश्व के सफल एवं पूंजी समृद्ध देश की श्रेणी में जबरदस्त छलांग लगाएगा।
इस वर्ष के लिए राशि अनुसार उपाय
मेष : हनुमत आराधना नियमित रूप से करें।
वृषभ : चांदी का कोई आभूषण धारण करके रखें।
मिथुन : गणेश जी की आराधना करें।
कर्क : भगवान शिव की आराधना करें।
सिंह : सूर्यदेव की आराधना करें।
कन्या : गणपति की आराधना करें।
तुला : गरीबों को अनाज का दान करते रहें।
वृश्चिक : हनुमान जी की आराधना करें। मंदिर में लाल तिकोनी ध्वजा लगवाएं।
धनु : माता-पिता की सेवा से संकटों से मुक्ति मिलेगी।
मकर : शनिदेव और हनुमान जी की आराधना करते रहें।
कुम्भ : भगवान शिव का अभिषेक प्रत्येक सोमवार को करें।
मीन : प्रत्येक गुरुवार को पीले फल, पीला अनाज गरीबों को दान करें।