स्मार्टफोन बिक्री में पहले पायदान पर शाओमी, टॉप 5 में माइक्रोमैक्स

punjabkesari.in Wednesday, Oct 24, 2018 - 11:48 AM (IST)

नई दिल्लीः चालू वित्त वर्ष की सितंबर तिमाही में भारतीय बाजार में स्मार्टफोन की बिक्री 5 फीसदी की बढ़त के साथ अब तक सबसे उच्च स्तर 4.4 करोड़ इकाइयों पर जा पहुंची। इस बढ़त की मुख्य वजह त्योहारी मौसम के कारण विक्रेताओं द्वारा मजबूत आयात है। यह बात काउंटरप्वाइंट रिसर्च ने अपनी रिपोर्ट में कही। रिपोर्ट के अनुसार आलोच्य तिमाही में कुल हैंडसेट बाजार में आधी हिस्सेदारी शाओमी, सैमसंग, वीवो व ओप्पो जैसे ब्रांड के साथ स्मार्टफोन वर्ग की रही। इस अवधि में इन सभी कंपनियों ने व्यक्तिगत तौर पर किसी भी एक तिमाही में अपना सर्वाधिक आयात दर्ज किया है। इसके साथ ही क्रमबद्ध आधार पर आयात 24 फीसदी बढ़ा है। 

PunjabKesariशाओमी ने मारी बाजी, माइक्रोमैक्स की वापसी
चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में बाजार की 27 फीसदी की हिस्सेदारी के साथ चीन की कंपनी सबसे आगे रही, जिसके बाद 23 फीसदी की हिस्सेदारी के साथ सैमसंग रही। इस दौरान चीन की ही कंपनी वीवो व ओप्पो की बाजार में हिस्सेदारी क्रमश: 10 फीसदी व 8 फीसदी रही, जबकि भारतीय मूल की कंपनी माइक्रोमैक्स की हिस्सेदारी 9 फीसदी रही।

PunjabKesariरिपोर्ट में कहा गया कि माइक्रोमैक्स द्वारा छत्तीसगढ़ सरकार से ठेका हासिल करने के कारण कंपनी पिछले दो सालों में पहली बार शीर्ष पांच कंपनियों में अपनी जगह बनाने में कामयाब हुई है। माइक्रोमैक्स को यह ठेका रिलायंस जियो के साथ मिला है। रिपोर्ट के अनुसार हालांकि ठेके के पूर्ण होने के बाद माइक्रोमैक्स के आयात में गिरावट आने की संभावना है।

PunjabKesariकमजोर रुपए के बावजूद हुआ रिकॉर्ड आयात
काउंटरप्वाइंट रिसर्च की एनालिस्ट अंशिका जैन ने कहा कि तिमाही की शुरुआत ठीकठाक तरीके से ही हुई थी लेकिन अगस्त व सितंबर के दौरान भारी बिक्री के कारण आयात में तेजी आई और यह अपने सर्वकालिक उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। उन्होंने आगे कहा कि कई प्रमुख स्मार्टफोन ब्रांड ने इस वर्ष अगस्त से पहले ही अपने विभिन्न नए मॉडलों को उतार कर त्योहारी मौसम की अपनी पेशकश कर दी थी, जिससे उन्हें सभी ऑनलाइन चैनलों की त्योहारी बिक्री की तैयारी करने का पर्याप्त मौका मिल गया।

जैन ने आगे कहा कि यह रिकॉर्ड आयात उस अवधि में हुआ, जब डॉलर के मुकाबले रुपया रिकॉर्ड निचले स्तर पर था। इस कमजोरी से पहले ही कंपनियों की आपूर्ति श्रंखला व रणनीति पर असर पड़ रहा था।

माल न बिका तो बढ़ेगी परेशानी
त्योहारी मौसम के बाद कोई भी स्टॉक बचने से कंपनियों पर दबाव बढ़ सकता है, जैसा कि उन्हें कीमत में बढ़ोतरी होने के कारण अपने ग्राहकों को भी उत्पाद ऊंची कीमतों में बेचना पड़ेगा। जैन के अनुसार कंपनियों के लिए यह त्योहारी मौसम न सिर्फ नए ग्राहकों को जोड़ने के लिए जरूरी है, बल्कि बाहर से आने वाली अन्य कंपनियां द्वारा पेश की जाने वाली चुनौतियों के लिए भी जरूरी है।

प्रीमियम वर्ग में वनप्लस शीर्ष पर
तिमाही के दौरान महंगे स्मार्टफोन के वर्ग में चीनी कंपनी वनप्लस के वनप्लस 6 द्वारा कई ऑफर पेश करने से उसका आयात मजबूत रहा, जिससे वह इस श्रेणी में शीर्ष स्थान बरकरार रखने में कामयाब रहा।  
 


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jyoti choudhary

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