सुबह-सुबह निवेशकों को लगा बड़ा झटका, बाजार में 6वें दिन हाहाकार से डूबे 6.5 लाख करोड़

punjabkesari.in Wednesday, Feb 12, 2025 - 10:33 AM (IST)

बिजनेस डेस्कः शेयर बाजार में बुधवार को लगातार छठे दिन गिरावट देखने को मिली, जिससे निवेशकों की चिंताएं बढ़ गईं। सेंसेक्स और निफ्टी में कमजोरी जारी रही, जिसमें रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईटीसी और महिंद्रा एंड महिंद्रा जैसी प्रमुख कंपनियों के शेयरों में गिरावट प्रमुख कारण रही। अमेरिकी टैरिफ और कंपनियों के मुनाफे को लेकर बनी अनिश्चितता भी बाजार पर हावी रही।

सुबह 10 बजे बीएसई सेंसेक्स 837.83 अंक यानी 1.10% की गिरावट के साथ 75,455.77 अंक पर कारोबार कर रहा था। निफ्टी50 भी 241.50 अंक यानी 1.05% गिरकर 22,830.30 अंक पर आ गया। इस गिरावट से बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप 6.5 लाख करोड़ रुपए घटकर 402.02 लाख करोड़ रुपए रह गया। देश की सबसे वैल्यूएबल कंपनी रिलायंस का शेयर करीब 3 फीसदी गिरावट के साथ 1193.65 रुपए पर आ गया जो इसका 52 हफ्ते के लो पर आ गया।

सेंसेक्स के 30 शेयरों में आईटीसी, महिंद्रा एंड महिंद्रा, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एक्सिस बैंक और जोमैटो सबसे ज्यादा नुकसान में रहे, जिनमें 1.5% से 2.3% तक की गिरावट दर्ज की गई। एशियन पेंट्स, इंडसइंड बैंक और टाइटन भी लाल निशान में खुले, जबकि टीसीएस, टेक महिंद्रा, इन्फोसिस और एचसीएल टेक के शेयरों में बढ़त देखी गई।

सेक्टोरल इंडेक्स की बात करें तो निफ्टी बैंक, ऑटो, एफएमसीजी, फार्मा, रियल्टी, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और ऑयल एंड गैस इंडेक्स में 1.4% तक की गिरावट आई। छोटे और मझोले शेयरों पर भी दबाव बना रहा, जिससे निफ्टी स्मॉलकैप100 में 1.6% और निफ्टी मिडकैप100 में 1.3% की गिरावट देखी गई। ये दोनों इंडेक्स अपने उच्चतम स्तर से लगभग 20% नीचे आ चुके हैं, जो बियर मार्केट के संकेत दे रहे हैं।

स्टॉक्स के प्रदर्शन पर नजर डालें तो बर्जर पेंट्स के शेयरों में 3.5% की तेजी आई। कंपनी का तीसरी तिमाही का मुनाफा अनुमान से कम गिरा, क्योंकि औद्योगिक कारोबार की मजबूती ने मांग में कमजोरी की भरपाई कर दी। वहीं, बायर क्रॉपसाइंस के शेयर शुरुआती कारोबार में लगभग 8% लुढ़क गए। कंपनी का दिसंबर तिमाही का मुनाफा कमजोर मांग और बढ़ती लागत के कारण प्रभावित हुआ।

अन्य एशियाई बाजारों में तेजी देखी गई, जबकि वॉल स्ट्रीट में मामूली बढ़त दर्ज की गई। निवेशक बढ़ती वैश्विक व्यापार चिंताओं और फेडरल रिजर्व चेयर की टिप्पणियों पर विचार कर रहे थे, जो दरों में कटौती के लिए धैर्यपूर्वक रास्ते का संकेत देती हैं। 11 फरवरी को विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने 4,486 करोड़ रुपए के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) ने 4,001 करोड़ रुपए के शेयर खरीदकर बाजार को समर्थन दिया। तेल की कीमतों में बुधवार को गिरावट आई। रुपया लगातार दूसरे दिन अपनी गिरावट से उबरते हुए 27 पैसे की मजबूती के साथ 86.52 प्रति डॉलर पर पहुंच गया।
 


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Content Writer

jyoti choudhary

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