6 दिन में ₹24 लाख करोड़ स्वाहा! शेयर बाजार की गिरावट कब थमेगी? जानें एक्सपर्ट्स की राय

punjabkesari.in Wednesday, Feb 12, 2025 - 04:45 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः शेयर बाजार में बुधवार 12 फरवरी को लगातार छठे दिन गिरावट देखने को मिली। बीते छह दिनों में निवेशकों की संपत्ति में करीब 24 लाख करोड़ रुपए की कमी आई है। विदेशी निवेशकों (FIIs) की लगातार बिकवाली, वैश्विक व्यापार युद्ध की आशंका और मिडकैप-स्मॉलकैप शेयरों के ऊंचे वैल्यूएशन जैसी वजहें बाजार पर दबाव बना रही हैं लेकिन बड़ा सवाल यह है कि क्या बाजार अब रिकवरी के लिए तैयार है या इसमें और गिरावट देखने को मिलेगी? आइए जानते हैं विशेषज्ञों की राय।

बाजार के ओवरसोल्ड जोन में जाने के संकेत

मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि बाजार अब ओवरसोल्ड जोन में है और शॉर्ट-टर्म में इसमें उछाल देखने को मिल सकता है। 12 फरवरी को कारोबार के दौरान सेंसेक्स ने 900 अंकों की गिरावट के बाद इंट्राडे में तेजी से रिकवरी की। हालांकि, शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 76,000 के नीचे चला गया था और निफ्टी 22,800 के स्तर से नीचे आ गया था।

लार्जकैप शेयरों पर फोकस करने की सलाह

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इनवेस्टमेंट स्ट्रैटजिस्ट, डॉ. वी. के. विजयकुमार ने निवेशकों को लार्जकैप शेयरों पर फोकस करने की सलाह दी है। उन्होंने कहा, "मिडकैप और स्मॉलकैप अभी भी ऊंचे वैल्यूएशन पर ट्रेड कर रहे हैं। निवेशकों को लॉर्जकैप स्टॉक्स की ओर शिफ्ट करना चाहिए।" उन्होंने यह भी कहा कि बाजार में शॉर्ट-टर्म में रिकवरी देखने को मिल सकती है लेकिन विदेशी निवेशकों की बिकवाली के कारण यह तेजी सीमित रह सकती है।

विदेशी निवेशकों की बिकवाली जारी

विदेशी निवेशक भारतीय शेयर बाजार से लगातार पैसे निकाल रहे हैं। 11 फरवरी को उन्होंने शुद्ध रूप से करीब 4,486.41 करोड़ रुपए के शेयर बेचे थे। फरवरी में अब तक 17,000 करोड़ रुपए से अधिक की बिकवाली हो चुकी है। जनवरी में भी एफआईआई ने 78,027 करोड़ रुपए के शेयर बेचे थे।

क्या बाजार अपने निचले स्तर पर पहुंच चुका है?

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ मार्केट स्ट्रैटजिस्ट आनंद जेम्स के अनुसार, निफ्टी ने 23,060 के प्रमुख सपोर्ट स्तर को टेस्ट किया है, जिससे रिकवरी की संभावनाएं बढ़ी हैं। हालांकि, किसी बड़े अपस्विंग की संभावना फिलहाल कम नजर आ रही है।

रेलिगेयर ब्रोकिंग के अजित मिश्रा का कहना है कि निफ्टी 23,200 का स्तर तोड़ चुका है, जिससे बाजार में मजबूती की संभावनाएं कमजोर हो गई हैं। उनके अनुसार, निफ्टी 22,800 तक गिर सकता है।

मेहता इक्विटीज के सीनियर वाइस-प्रेसिडेंट (रिसर्च) प्रशांत तापसे का मानना है कि बाजार की मौजूदा स्थिति नाजुक बनी हुई है। यदि निफ्टी 23,000 अंक से नीचे जाता है, तो गिरावट और तेज हो सकती है।

इसके अलावा, विदेशी निवेशकों ने इस साल अब तक करीब 1 लाख करोड़ रुपये की निकासी की है, जिससे बाजार पर दबाव बना हुआ है। वहीं, अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीतियों की धमकियों ने भी निवेशकों की चिंता बढ़ा दी है।
 


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Content Writer

jyoti choudhary

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