शेयर बाजार 'लहूलुहान', निवेशकों के 15.50 लाख करोड़ स्वाहा, VIX इंडेक्स 52% उछला

punjabkesari.in Monday, Aug 05, 2024 - 04:55 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः अमेरिका में मंदी की आंशका और ग्लोबल मार्केट में मची उथल-पुथल से आज सोमवार 5 अगस्त दलाल स्ट्रीट पर कोहराम मच गया। शेयर बाजार में निवेशकों के एक झटके में करीब 15.50 लाख करोड़ रुपए स्वाहा हो गए। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों 2.5 फीसदी से अधिक टूटकर बंद हुए। स्मॉलकैप और मिडकैप शेयरों में तो इससे भी तेज बिकवाली दिखी। बीएसई मिडकैप इंडेक्स 3.6 फीसदी और स्मॉलकैप इंडेक्स 4.21 फीसदी टूटकर बंद हुए। बीएसई के सभी सेक्टरोल इंडेक्स भी लाल निशान में बंद हुए। मेटल, रियल्टी, कैपिटल गुड्स और यूटिलिटी शेयरों के इंडेक्स ने 4 फीसदी से भी अधिक का गोता लगाया। VIX इंडेक्स 52% उछलकर 21.71 की रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया। 

कारोबार के अंत में, बीएसई सेंसेक्स 2,222.55 अंक या 2.74 फीसदी लुढ़ककर 78,759.40 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला इंडेक्स, निफ्टी 667.75 अंक या 2.70 फीसदी की गिरावट के साथ 24,055.60 के स्तर पर बंद हुए।

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निवेशकों के ₹15.5 लाख करोड़ डूबे

बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन आज 5 अगस्त को घटकर 441.66 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गया, जो इसके पिछले कारोबारी दिन यानी शुक्रवार 2 अगस्त को 457.16 लाख करोड़ रुपए था। इस तरह BSE में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप आज करीब 15.5 लाख करोड़ रुपए कम हुआ है या दूसरे शब्दों में कहें तो निवेशकों की संपत्ति में करीब 15.5 लाख करोड़ रुपए की गिरावट आई है। 

इसलिए गिरा बाजार

  • ईरान और इजराइल के बीच युद्ध की आशंका के कारण ग्लोबल मार्केट में निगेटिव सेंटिमेंट है। इसी का असर भारतीय शेयर बाजार में भी देखने को मिल रहा है।
  • अमेरिका में मंदी की आशंका बढ़ गई है, जिसके कारण पिछले कारोबारी दिन अमेरिकी बाजार में गिरावट रही। इसका असर दुनियाभर के बाजारों में दिख रहा है।
  • वॉरेन बफे की कंपनी बर्कशायर हैथवे ने एपल में अपनी 50% हिस्सेदारी बेच दी है। वे अब केश बढ़ाने पर फोकस कर रहे हैं। अन्य बड़े निवेशक भी सेलिंग कर रहे हैं।
  • भारतीय शेयर बाजार के मौजूदा वैल्यूएशन बढ़े हुए हैं। खासकर मिड और स्मॉल-कैप सेगमेंट में। बाजार में इस कारण अच्छा-खासा करेक्शन दिख सकता है।

इंडिया VIX इंडेक्स 52% उछला

सोमवार को इंडिया VIX इंडेक्स 52% उछलकर 21.71 की रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया है। ऐसे में इंडिया VIX इंडेक्स में इस उछाल के क्या है मायने है और इस इंडेक्स को देखकर आप कैसे आगे बाजार की चाल का आकलन कर सकते हैं, आइए जानते हैं। 

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इंडिया VIX के असर को इस उदाहरण से समझते हैं

सोमवार को इंडिया VIX इंडेक्स 52% उछलकर 21.71 के पार चला गया है। इंडिया VIX का पूरा नाम ही Voltility Index है। जब यह इंडेक्स चढ़ता है तो इससे पता चलता है कि निवेशक घबराए हुए हैं। अगर यह इंडेक्स 15 के आस-पास है, तो माना जाता है कि बाजार में गतिविधियां ठीक है। 15 से नीचे का इंडेक्स बाजार में आने वाली तेजी की ओर इशारा करता है। वहीं, दूसरी ओर यह जितना ऊपर जाता है, उतनी ही तेज गिरावट की आशंका रहती है। अब यह इंडेक्स 21.71 की रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया है। यानी इसका मतलब है कि निवेशकों को अगले 30 दिनों के लिए 10 प्रतिशत अस्थिरता की उम्मीद है। यानी बाजार में 10 फीसदी तक करेक्शन देखने को मिल सकता है। 

NSE द्वारा 2008 में की गई थी शुरुआत 

एनएसई के द्वारा 2008 में इंडिया VIX इंडेक्स की शुरुआत की गई थी। वैसे यह कंसेप्ट सबसे पहले शिकागो बोर्ड ऑप्शन एक्सचेंज द्वारा 1993 में पेश की गई थी। इंडिया VIX का वैल्यू ब्लैक एंड स्कोल्स (B&S) मॉडल का उपयोग करके निकाला गया है। इंडिया VIX का आंकलन पांच अहम बिंदुओं पर किया जाता है जिसमें स्ट्राइक मूल्य, स्टॉक का बाजार मूल्य, एक्सपायरी टाइम, रिस्क फ्री रेट और और अस्थिरता शामिल है।

उच्चतम स्तर से काफी नीचे

इंडिया VIX में रिकॉर्ड उछाल से निवेशक डरे हुए हैं लेकिन अभी भी यह अपने उच्चतम स्तर से काफी नीचे है। इंडिया विक्स का ऑल टाइम हाई 92.53 है, जो नवंबर 2008 में आया था। उस वक्त पूरी दुनिया आर्थिक मंदी की चपेट में थी और ग्लोबल फाइनेंशियल क्राइसिस (Global Financial Crisis) ने बाजारों की सेहत बिगाड़ दी थी। उसके बाद मार्च 2020 में समय इंडिया विक्स 70 के पार गया था।


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Content Writer

jyoti choudhary

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