सेबी का बड़ा फैसला: NSE की एक्सपायरी अब मंगलवार को, BSE को मिला गुरुवार
punjabkesari.in Tuesday, Jun 17, 2025 - 06:01 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः भारतीय पूंजी बाजार नियामक सेबी (SEBI) ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) को डेरिवेटिव्स कॉन्ट्रैक्ट की एक्सपायरी मंगलवार को आयोजित करने की मंजूरी दे दी है। वहीं, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) को अब साप्ताहिक एक्सपायरी के लिए गुरुवार का दिन तय किया गया है।
NSE के लिए बड़ा पॉजिटिव
NSE के चीफ बिजनेस ऑफिसर श्रीराम कृष्णन ने इसे संस्थान के लिए "बड़ा पॉजिटिव" बताया। उन्होंने कहा कि बाजार से मिले फीडबैक के आधार पर मंगलवार को एक्सपायरी शिफ्ट करने का फैसला संतुलित रहा है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि NSE ने कभी भी अपने एक्सपायरी के दिन में बदलाव नहीं किया, जबकि इसके पास विकल्प मौजूद थे।
BSE को हो सकता है झटका
ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म Goldman Sachs ने इस फैसले को BSE के लिए 'बाइनरी इवेंट' करार दिया है, जहां लाभ सीमित लेकिन संभावित नुकसान बड़ा है। ब्रोकरेज ने अपनी रिपोर्ट में अनुमान लगाया है:
- BSE को करीब 3% मार्केट शेयर का नुकसान हो सकता है।
- इंडेक्स ऑप्शन के औसत दैनिक वॉल्यूम (ADP) में 13% की गिरावट संभव है।
- इससे कंपनी की प्रति शेयर कमाई (EPS) पर 8% तक का नेगेटिव असर पड़ सकता है।
SEBI की मंशा: स्पेक्युलेटिव ट्रेडिंग पर लगाम
मार्च 2025 से शुरू हुई परामर्श प्रक्रिया के तहत SEBI का उद्देश्य साप्ताहिक डेरिवेटिव्स की एक्सपायरी को सीमित दिनों तक सीमित करना था। प्रस्ताव था कि सभी एक्सपायरी या तो मंगलवार या गुरुवार को हो ताकि हफ्तेभर अलग-अलग एक्सपायरी से होने वाली अत्यधिक सट्टेबाज़ी पर नियंत्रण पाया जा सके।
क्या होती है एक्सपायरी?
एक्सपायरी उस दिन को कहा जाता है जब किसी डेरिवेटिव्स कॉन्ट्रैक्ट की वैधता समाप्त होती है। इस दिन ट्रेडर्स को अपनी पोजीशन क्लोज या रोलओवर करनी होती है, जिससे बाजार में तेज़ उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है।