RBI के फैसले से निवेशकों की चांदी, सेंसेक्स-निफ्टी झूमे, जानें तेजी के कारण

punjabkesari.in Friday, Jun 06, 2025 - 03:33 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः Share Market Rally: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के चौंकाने वाले फैसले ने शुक्रवार (6 जून) को शेयर बाजार में जबरदस्त उछाल ला दिया। रेपो रेट में 0.50% और CRR में 1% की कटौती की घोषणा के बाद निवेशकों में जबरदस्त उत्साह देखा गया। नतीजा यह रहा कि सेंसेक्स 746 अंकों की छलांग लगाकर 82,188 के पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी भी 252 अंक की तेजी के साथ 25,000 का स्तर पार कर लिया। 

तेजी के 5 बड़े कारण.....

1. RBI ने रेपो रेट में 0.50% की कटौती कर चौंकाया

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बाजार की उम्मीदों से कहीं बड़ी राहत देते हुए रेपो रेट में 50 बेसिस प्वाइंट की कटौती की है। इसके बाद रेपो दर 6% से घटकर 5.5% हो गई है, जो पिछले तीन वर्षों का सबसे निचला स्तर है। जबकि बाजार अधिकतम 0.25% कटौती की उम्मीद कर रहा था, RBI ने उससे दोगुनी राहत दी। इस कदम से होम, ऑटो और अन्य लोन सस्ते होने की उम्मीद है, जिससे रियल एस्टेट और ऑटोमोबाइल सेक्टर को बड़ा फायदा हो सकता है। रेपो रेट में इस कटौती का असर शेयर बाजार में तुरंत दिखा और निवेशकों का उत्साह बढ़ गया। RBI ने कहा कि यह फैसला महंगाई में नरमी और मांग को बढ़ावा देने की जरूरत को ध्यान में रखकर लिया गया है।

2. CRR में 1% कटौती से बैंकिंग सेक्टर को मिला बूस्ट

RBI ने कैश रिजर्व रेशियो (CRR) में भी राहत दी है और इसमें कुल 100 बेसिस प्वाइंट यानी 1% की कटौती की घोषणा की है। यह कटौती चार चरणों में सितंबर से नवंबर के बीच की जाएगी, जिसमें हर बार 0.25% की कटौती होगी। इससे CRR 4% से घटकर 3% रह जाएगा और बैंकिंग सिस्टम में करीब ₹2.5 लाख करोड़ की अतिरिक्त नकदी आएगी। इस फैसले से बैंकिंग शेयरों में जबरदस्त तेजी आई। बाजार विशेषज्ञों के अनुसार, इस कदम से बैंकों की कर्ज देने की क्षमता बढ़ेगी और नेट इंटरेस्ट मार्जिन में सुधार होगा।  

3. एशियाई बाजारों की तेजी से भारतीय शेयर बाजार को समर्थन

एशिया के प्रमुख बाजारों से मिले सकारात्मक संकेतों ने भी घरेलू शेयर बाजार को मजबूती दी। साउथ कोरिया का KOSPI इंडेक्स और जापान का Nikkei 225 दोनों ही हरे निशान में कारोबार कर रहे थे। साथ ही अमेरिकी वॉल स्ट्रीट फ्यूचर्स में भी मजबूती देखने को मिली, जिससे वैश्विक निवेशकों का भरोसा बढ़ा और भारतीय बाजार को सपोर्ट मिला।

4. अमेरिका-चीन बातचीत से ट्रेड वॉर में नरमी की उम्मीद

अमेरिका और चीन के बीच हालिया टेलीफोनिक बातचीत से व्यापार तनाव में नरमी आने की संभावना बढ़ी है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच हुई इस बातचीत को दोनों पक्षों ने सकारात्मक बताया है। ट्रंप ने इसे "बहुत सकारात्मक" कहा। इसके चलते वैश्विक निवेशकों को राहत मिली है और बाजार में स्थिरता आने की उम्मीद है।

5. क्रूड ऑयल में गिरावट से भारत को राहत, महंगाई पर असर

ब्रेंट क्रूड की कीमतों में 0.29% की गिरावट दर्ज की गई और यह 65.15 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। भारत अपनी 85% कच्चे तेल की जरूरतें आयात से पूरी करता है, ऐसे में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट का असर सीधे तौर पर महंगाई और चालू खाता घाटे (CAD) पर पड़ेगा, जो भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए सकारात्मक संकेत है।
 


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Content Writer

jyoti choudhary

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