तिमाही परिणाम, रुपए की चाल पर होगी निवेशकों की नजर

punjabkesari.in Sunday, Oct 07, 2018 - 02:12 PM (IST)

मुंबईः लगातार पांच सप्ताह की गिरावट को झेलने वाले घरेलू शेयर बाजार पर अगले सप्ताह वैश्विक उथल-पुथल के साथ ही कंपनियों के तिमाही परिणाम, भारतीय मुद्रा की चाल, कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढाव, आर्थिक आंकड़ों और राजनीतिक सरगर्मियों का असर देखने को मिलेगा। बीते पांच सप्ताह में बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 4,012.83 अंक और एनएसई का निफ्टी 1,272.65 अंक कमजोर हुआ है। 

डॉलर की तुलना में रुपए द्वारा निचले स्तर का नित नया रिकॉर्ड बनाने और कच्चे तेल की कीमतों में उबाल से हतोत्साहित निवेशकों की बिकवाली के दबाव में सेंसेक्स बीते सप्ताह 1,850.15 अंक यानी 5.1 प्रतिशत लुढ़ककर साढे चार माह के निचले स्तर 34,376.99 अंक पर बंद हुआ और निफ्टी 614 अंक यानी 5.61 प्रतिशत का गोता लगाकर सप्ताहांत पर 10,316.45 अंक पर आ गया।

आलोच्य सप्ताह के दौरान दिग्गज कंपनियों की तरह छोटी और मंझोली कंपनियों को भी भारी बिकवाली झेलनी पड़ी। बीएसई का मिडकैप 759.39 अंक यानी 5.14 प्रतिशत गिरकर 14,003.81 अंक पर और स्मॉलकैप 590.42 अंक यानी 4.09 प्रतिशत लुढ़ककर 13,840.26 अंक पर बंद हुआ। रुपए की गिरावट और कच्चे तेल की कीमतों में तेजी के कारण चालू खाता बढऩे की आशंका से ग्रसित निवेशकों को उम्मीद थी कि रिजर्व बैंक मौजूदा परिस्थितियों में कोई ठोस कदम उठाएगा लेकिन शुक्रवार को मौद्रिक नीति समिति की समीक्षा बैठक के नतीजे से उन्हें भारी निराशा हुई। समिति ने नीतिगत दरों को यथावत रखने की घोषणा की। बाजार में अमेरिका की आर्थिक नीतियों को लेकर भी आशंकाएं हैं।

निवेशकों की नजर अगले सप्ताह कंपनियों के तिमाही परिणाम, वैश्विक संकेतों, आर्थिक आंकड़ों, रुपए की चाल के साथ अर्थव्यवस्था को संभालने की कोशिश कर रहे रिजर्व बैंक और सरकार के कदमों पर भी रहेगी। कच्चे तेल में उछाल और भारतीय मुद्रा की गिरावट को झेलने वाले शेयर बाजार पर अब राजनीतिक सरगर्मियों का भी असर देखने को मिलेगा। चुनाव आयोग ने गत शनिवार को देश के पांच राज्यों मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना,मिजोरम और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव की तारीख की घोषणा कर दी। इन सभी राज्यों में मतगणना 11 दिसंबर को होनी है। 
 


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jyoti choudhary

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