ओएनजीसी को तेल-गैस के सात ब्लॉक, रिलायंस-बीपी एक ब्लॉक मिला

punjabkesari.in Wednesday, Jan 03, 2024 - 06:21 PM (IST)

नई दिल्लीः सार्वजनिक क्षेत्र की ओएनजीसी को तेल एवं गैस की खोज के लिए आयोजित नवीनतम बोली दौर में सात ब्लॉक मिले हैं जबकि रिलायंस इंडस्ट्रीज और बीपी पीएलसी के गठजोड़ के हिस्से में एक ब्लॉक आया है। पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बुधवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि मुक्त क्षेत्र लाइसेंस नीति (ओएएलपी) के आठवें दौर में तेल और गैस की खोज एवं उत्पादन के लिए 10 ब्लॉक की पेशकश की गई थी। उन्होंने कहा कि बोली में रखे गए सभी 10 ब्लॉक के अनुबंध पर बुधवार सुबह हस्ताक्षर किए गए। 

इन ब्लॉक में से ऑयल एंड नैचुरल गैस कॉरपोरेशन (ओएनजीसी) को सात जबकि रिलायंस-बीपी गठजोड़, ऑयल इंडिया लिमिटेड और सन पेट्रोकेमिकल्स प्राइवेट लिमिटेड को एक-एक ब्लॉक मिला है। इसके साथ कोल-बेड मीथेन (सीबीएम) के तीन ब्लॉक भी आवंटित किए गए और ओएएलपी का नौवां दौर बोली के लिए खोल दिया गया। एक आधिकारिक वक्तव्य में कहा गया कि प्रतिबद्ध अन्वेषण कार्य कार्यक्रम के लिए दिए गए ब्लॉकों में 23.3 करोड़ डॉलर का निवेश होने का अनुमान है। भारत ने ओएएलपी के आठवें दौर में बोली लगाने के लिए जुलाई, 2022 में 10 ब्लॉक की पेशकश की थी। बोली की समय सीमा कुछ बार बढ़ाए जाने के बाद यह दौर जुलाई, 2023 में बंद हो गया था। 

हाइड्रोकार्बन महानिदेशालय (डीजीएच) के मुताबिक, इन ब्लॉक के लिए पांच कंपनियों- ओएनजीसी, वेदांता लिमिटेड, ऑयल इंडिया लिमिटेड (ओआईएल), सन पेट्रोकेमिकल्स प्राइवेट लिमिटेड और रिलायंस-बीपी एक्सप्लोरेशन (अल्फा) लिमिटेड ने मिलकर 13 बोलियां लगाई थीं। प्रस्तावित 10 ब्लॉक में से सात को एकल बोलियां मिली थीं जबकि अन्य तीन ब्लॉक के लिए दो-दो बोलियां आई थीं। एक्सॉनमोबिल, शेवरॉन और टोटलएनर्जीज जैसे वैश्विक ऊर्जा दिग्गजों ने ने कोई बोली नहीं लगाई।

डीजीएच के अनुसार, ओएनजीसी छह ब्लॉकों के लिए एकमात्र बोलीदाता थी जबकि कृष्णा गोदावरी बेसिन में अत्यंत गहरे समुद्र में स्थित ब्लॉक के लिए रिलायंस-बीपी एकमात्र बोलीदाता थी। कुल मिलाकर, ओएनजीसी ने 10 में से नौ ब्लॉक के लिए बोली लगाई और सात ब्लॉक हासिल करने में सफल रही। इसने सिर्फ उस ब्लॉक के लिए बोली नहीं लगाई जिसके लिए रिलायंस-बीपी ने दावेदारी पेश की थी। पुरी ने इन ब्लॉक आवंटन अनुबंधों पर हस्ताक्षर के समय कहा, ‘‘तेल खोज एवं उत्पादन बढ़ाने और उसे मजबूत करने की दिशा में भारत की खोज में एक महत्वपूर्ण अवसर, जो ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में हमारी यात्रा को काफी तेज करेगा।'' इसके साथ ही विशेष सीबीएम बोली दौर-2022 के तहत दिए गए तीन कोल-बेड मीथेन ब्लॉक के लिए भी अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए। 


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Content Writer

jyoti choudhary

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