अब गेहूं के खुदरा भाव भी लगे घटने, आटा भी हुआ सस्ता
punjabkesari.in Tuesday, Feb 28, 2023 - 04:52 PM (IST)

नई दिल्लीः गेहूं की थोक कीमतों में बड़ी गिरावट के बाद अब इसके खुदरा भाव भी नरम पड़ने लगे हैं। गेहूं सस्ता होने से आटा की खुदरा कीमतों में भी गिरावट दर्ज की जा रही है। सरकार द्वारा खुले बाजार में गेहूं की बिक्री के लिए आरक्षित मूल्य (रिजर्व प्राइस) में कटौती करने के बाद गेहूं के थोक भाव तेजी से गिरे थे। 20 लाख टन अतिरिक्त गेहूं खुले बाजार में बेचने के फैसले से भी गेहूं और सस्ता हुआ है। थोक में गेहूं सस्ता होने का असर इसके खुदरा मूल्यों पर भी पड़ने लगा है। साथ ही गेहूं के दाम तेजी से गिरने के कारण आटा भी सस्ता हुआ है।
केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक एक सप्ताह के दौरान गेहूं की कीमतों में करीब 3 रुपए और आटा की खुदरा कीमतों में करीब 2 रुपए किलो की गिरावट दर्ज की गई है। 20 फरवरी को देश भर में गेहूं की औसत खुदरा कीमत 33.15 रुपए किलो थी, जो 27 फरवरी को घटकर 30.66 रुपए किलो रह गई। इस दौरान लखनऊ में गेहूं के खुदरा भाव 32 रुपए से घटकर 30 रुपए, भोपाल में 30 रुपए से घटकर 28 रुपए और दिल्ली में गेहूं के खुदरा भाव 30 रुपए किलो पर स्थिर रहे। थोक व खुदरा बाजार में गेहूं सस्ता होने से आटा की कीमतों में भी गिरावट आई है।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक देश भर में आटा की औसत खुदरा कीमत बीते एक सप्ताह में 37.63 रुपए से घटकर 33.15 रुपए प्रति किलो रह गई। इस दौरान दिल्ली में आटा के खुदरा भाव 31 रुपए से घटकर 30 रुपए, लखनऊ में 34 रुपए से घटकर 32 रुपए और भोपाल में 34 रुपए से घटकर 30 रुपए किलो रह गए।
आरक्षित मूल्य घटने से गिरे थे मंडियों में गेहूं के थोक भाव
गेहूं की बढ़ती कीमतों को काबू में करने के लिए केंद्र सरकार ने जनवरी में खुले बाजार में 30 लाख टन गेहूं की बिक्री करने का फैसला लिया था। जिससे मंडियों में गेहूं के भाव गिरे थे लेकिन यह गिरावट कुछ ही दिन रही और बाद में गेहूं फिर से महंगा हो गया था। इसके बाद इस माह 10 दिन पहले सरकार ने खुले बाजार में गेहूं की बिक्री के लिए आरक्षित मूल्य घटा दिया था। जिससे गेहूं की थोक कीमतों में बड़ी गिरावट दर्ज की गई।