यह था Indian Stock Market का सबसे महंगा स्टॉक, रातोंरात निवेशक बने थे करोड़पति, अब आ रही है लगातार गिरावट
punjabkesari.in Tuesday, Jan 28, 2025 - 12:19 PM (IST)
बिजनेस डेस्कः इन्वेस्टमेंट्स (Elcid Investments Stock) का शेयर, जो कभी 3 रुपए से बढ़कर 3 लाख रुपए के स्तर तक पहुंच गया था, अब लगातार गिरावट देख रहा है। भारतीय शेयर बाजार में एक समय में यह स्टॉक सबसे महंगा बन गया था लेकिन वर्तमान में इसकी कीमतों में तेज कमी आई है, जिससे निवेशकों के लिए यह एक चिंता का विषय बन गया है।
3 रुपए से तीन लाख हो गई थी कीमत
एल्सिड इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड का शेयर 29 अक्टूबर 2024 को एक ही दिन में 3.53 रुपए से सीधे 2.36 लाख रुपए पर पहुंच गया था, जिससे यह भारतीय शेयर बाजार का सबसे महंगा स्टॉक बन गया। इस तेजी ने निवेशकों को रातोंरात करोड़पति बना दिया, क्योंकि इस शेयर की कीमत में 66,92,535 फीसदी की वृद्धि हुई थी। इसके बाद, 8 नवंबर को इसने अपने हाई लेवल 3,32,400 रुपए प्रति शेयर की कीमत को छुआ।
अब लगातार गिर रहा शेयर
हालांकि, इसके बाद से एल्सिड इन्वेस्टमेंट्स के शेयर की कीमतों में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। पिछले दो महीनों में यह शेयर लगभग 60 फीसदी तक टूट चुका है। जनवरी के अंत तक इसकी कीमत 1.28 लाख रुपए के आसपास आ गई है, जो कि बड़ी गिरावट है।
पिछले एक महीने में इस शेयर में 32 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई है। वहीं, पिछले 5 दिनों में ये शेयर लगभग 7 फीसदी तक गिर चुका है। 27 जनवरी 2025 को यह शेयर 1,28,000 रुपए की कीमत पर कारोबार कर रहा था। सोमवार को भी इस शेयर में 3.64 फीसदी की गिरावट देखी गई।
इस अचानक गिरावट ने निवेशकों के बीच चिंता का माहौल पैदा कर दिया है। कई निवेशक जिन्होंने इस शेयर में भारी निवेश किया था, अब घाटे का सामना कर रहे हैं। कंपनी के पास एशियन पेंट्स जैसी बड़ी कंपनियों में हिस्सेदारी होने के बावजूद, इसका मौजूदा प्रदर्शन निराशाजनक रहा है।
कंपनी की मौजूदा स्थिति
एल्सिड इन्वेस्टमेंट्स ने भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के पास नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी (NBFC) के रूप में रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन किया है। कंपनी का वर्तमान में कोई ऑपरेटिंग बिजनेस नहीं है लेकिन इसके पास कई अनलिस्टेड कंपनियों के शेयर हैं। इसके अलावा, एशियन पेंट्स में इसकी हिस्सेदारी का मार्केट वैल्यू लगभग 8500 करोड़ रुपए है, जो इसे एक मजबूत आधार देता है।
एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर कंपनी अपने NBFC रजिस्ट्रेशन को सफलतापूर्वक हालिस कर लेती है और अपने बिजनेस मॉडल को मजबूत करती है, तो यह स्थिति बदल सकती है। हालांकि मौजूदा समय में बाजार के निगेटिव मूवमेंट को देखकर, निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है।