मई में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में भारी गिरावट, रिकॉर्ड स्तर पर हुई छंटनी

punjabkesari.in Monday, Jun 01, 2020 - 11:41 AM (IST)

मुंबईः देश के विनिर्माण क्षेत्र में इस साल अप्रैल की तुलना में मई में उत्पादन और नए ऑडर्रों में गिरावट बढ़ गई तथा कंपनियों ने ऐतिहासिक स्तर पर कर्मचारियों की छंटनी की। आईएचएस मार्किट द्वारा आज विनिर्माण क्षेत्र के लिए खरीद प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) की रिपोर्ट जारी की गई। माह-दर-माह आधार पर जारी होने वाला सूचकांक मई में 30.8 दर्ज किया गया जिसका मतलब यह है कि अप्रैल की तुलना में विनिर्माण गतिविधियों में भारी गिरावट आई है।

सूचकांक का 50 से कम रहना पिछले महीने के मुकाबले गिरावट को और 50 से ऊपर रहना वृद्धि को दर्शाता है जबकि 50 का अंक स्थिरता का द्योतक है। हालांकि अप्रैल के मुकाबले गिरावट की रफ्तार मामूली रूप से कम रही। अप्रैल में सूचकांक 27.4 दर्ज किया गया था। रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनियों ने मई में ऐतिहासिक स्तर पर कर्मचारियों की छंटनी की है। आईएचएस ने 15 साल पहले पीएमआई रिपोर्ट तैयार करनी शुरू की थी। कर्मचारियों की छंटनी की रफ्तार मई में इन 15 साल में सर्वाधिक रही। इससे पिछला रिकॉर्ड स्तर इसी साल अप्रैल में दर्ज किया गया था।  

सरकार ने मई में लॉकडाउन में धीरे-धीरे कुछ ढील देनी शुरू कर दी थी। इसके बावजूद विनिर्माण गतिविधियां अप्रैल की तुलना में और कमजोर हो गई। घरेलू मांग में गिरावट के साथ ही अंतररष्ट्रीय स्तर से भी मांग बेहद कमजोर रही। कोविड-19 का संक्रमण रोकने के प्रयास में विभिन्न देशों द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के कारण मांग में कमी आयी है। कम माँग रहने के कारण उत्पादन में भी भारी कमी देखी गई। 

हालांकि अप्रैल की तुलना में उत्पादन में गिरावट की रफ्तार कम रही। कंपनियों ने कच्चे माल की खरीद भी लगातार दूसरे महीने घटाई। आईएचएस माकिर्ट के अर्थशास्त्री इलिएट केर ने रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि मई में लगातार दूसरे महीने भारी गिरावट यह दर्शाता है कि कोविड-19 संकट से उबरने में कंपनियों को चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। मांग कमजोर बनी हुई है जबकि यह महामारी कब तक रहेगी इस बारे में कुछ भी निश्चित तौर पर नहीं कहा जा सकता।


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jyoti choudhary

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