पेट्रोल के मुकाबले EV रखना 25 फीसदी सस्ता
punjabkesari.in Tuesday, Oct 03, 2023 - 11:03 AM (IST)
नई दिल्लीः इलेक्ट्रिक कारों के कुल स्वामित्व लागत (टीसीओ) यानी रखरखाव किसी भी पेट्रोल-डीजल वाली कारों के मुकाबले कम है। कंपनी के अनुमान के मुताबिक, उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ जैसे शहरों में टाटा मोटर की लोकप्रिय मॉडल नेक्सन ईवी जैसी इलेक्ट्रिक कार (कुल लागत और सरकारी सब्सिडी सहित) की रखरखाव लागत किसी अन्य पेट्रोल-डीजल से चलने वाली कार के मुकाबले 25 फीसदी कम है।
उपभोक्ता को पेट्रोल मॉडल के मुकाबले इलेक्ट्रिक कार की कुल रखरखाव लागत में पांच साल के दौरान 4.59 लाख रुपए की बचत होती है। हालांकि, कीमतों में बढ़ोतरी के कारण मॉडल अब फेम 2 सब्सिडी के पात्र नहीं हैं। वहीं कुछ राज्यों में इस पर सब्सिडी भी नहीं मिलती है। इसलिए उत्तर प्रदेश में जहां सब्सिडी एक लाख रुपए है पेट्रोल मॉडल वाली कारों की तुलना में नेक्सन ईवी पर कुल रखरखाव लागत में 15 फीसदी की बचत होगी। हालांकि, कई ऐसे राज्य भी जहां सब्सिडी एक सलाख रुपए से अधिक है।
नोमुरा के आंकड़ों से पता चलता है कि दक्षिण कोरिया में इलेक्ट्रिक कारों (टेस्ला मॉडल 3 और बीएमडब्ल्यू 3 सीरीज के पेट्रोल मॉडल की तुलना करने पर) की कुल रखरखाव लागत पेट्रोल वाली कारों के मुकाबले लगभग 27 फीसदी कम है। जर्मनी में यह 29 फीसदी तक कम है। अमेरिका में यह तुलना काफी दिलचस्प हो जाती है। वहां इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद को बढ़ावा देने के लिए टेस्ला मॉडल 3 की कुल रखरखाव लागत बीएमडब्ल्यू की पेट्रोल मॉडल की अपेक्षा 50 फीसदी कम है। जबकि, फ्रांस में यह 41 फीसदी कम है।
अमेरिका में पेट्रोल मॉडल वाली कारों और इलेक्ट्रिक वाहनों की कुल रखरखाव लागत में बड़ा अंतर निश्चित रूप से उच्च सब्सिडी, टैक्स क्रेडिट के साथ-साथ सरकार द्वारा दिए जाने वाले लाभों के कारण है। यह मॉडल 3 के लिए करीब 11 हजार डॉलर है। फ्रांस में बिजली की कम दरें होने के कारण इलेक्ट्रिक वाहन लोगों को अधिक आकर्षित करते हैं।
इलेक्ट्रिक वाहनों की कुल रखरखाव लागत की गणना सब्सिडी के बाद कार की ऑन रोड कीमत (पेट्रोल मॉडल कार की सामान्य ऑन रोड कीमत के मुकाबले), बिजली की लागत (पेट्रोल मॉडल कार में ईंधन की लागत के मुकाबले) और रखरखाव की लागत के आधार पर की जाती है।