आ रहा है 34 साल पुरानी कंपनी का IPO, खुलने से पहले ही ग्रे मार्केट में मचाया धमाल
punjabkesari.in Wednesday, Oct 16, 2024 - 01:17 PM (IST)
बिजनेस डेस्कः सोलर कंपनी वारी एनर्जीज (Waaree Energies) का IPO आईपीओ दांव लगाने के लिए सोमवार 21 अक्टूबर से खुल रहा है। कंपनी का आईपीओ 23 अक्टूबर तक खुला रहेगा। आईपीओ में वारी एनर्जीज के शेयर का दाम 1503 रुपए है। आईपीओ के खुलने से पहले ही कंपनी के शेयर ग्रे मार्केट में धमाल मचाए हुए हैं। वारी एनर्जीज के शेयर ग्रे मार्केट में 85 पर्सेंट से ज्यादा के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहे हैं। कंपनी के शेयर 28 अक्टूबर को BSE और NSE पर लिस्ट होंगे। यह कंपनी पिछले 34 साल से मार्केट में कारोबार कर रही है और अपने प्रोडक्ट के मामले में भारत की सबसे बड़ी कंपनी है।
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अभी से 1280 रुपए पहुंचा GMP
वारी एनर्जीज (Waaree Energies) के शेयर ग्रे मार्केट में 1280 रुपए के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहे हैं। आईपीओ में कंपनी के शेयर का दाम 1503 रुपए है। मौजूदा ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) के हिसाब से देखें तो वारी एनर्जीज के शेयर 2783 रुपए के करीब बाजार में लिस्ट हो सकते हैं यानी आईपीओ में जिन निवेशकों को वारी एनर्जीज के शेयर मिलेंगे, वह लिस्टिंग वाले दिन 85 पर्सेंट से ज्यादा के फायदे की उम्मीद कर सकते हैं। वारी एनर्जीज के पब्लिक इश्यू का टोटल साइज 4321.44 करोड़ रुपये तक का है। इस आईपीओ के लिए एक्सिस कैपिटल, IIFL सिक्योरिटीज, जेफरीज इंडिया, नोमुरा फाइनेंशियल एडवायजरी एंड सिक्योरिटीज (इंडिया), SBI कैपिटल मार्केट्स, इन्टेंसिव फिक्सल सर्विसेज और ITI कैपिटल बुक रनिंग लीड मैनेजर्स हैं।
अधिकतम 126 शेयरों के लिए बोली लगा सकते हैं रिटेल इनवेस्टर्स
वारी एनर्जीज के आईपीओ (Waaree Energies IPO) में रिटेल इनवेस्टर्स कम से कम 1 लॉट और अधिकतम 14 लॉट के लिए दांव लगा सकते हैं। वारी एनर्जीज के आईपीओ की एक लॉट में 9 शेयर हैं, जबकि 14 लॉट में टोटल 126 शेयर हैं। आईपीओ की 14 लॉट के लिए रिटेल इनवेस्टर्स को 189,378 रुपए का इनवेस्टमेंट करना होगा।
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कंपनी के बारे में
साल 1990 में वजूद में आई कंपनी भारत की अग्रणी सौर पीवी मॉड्यूल निर्माता है। इसकी पांच भारतीय विनिर्माण सुविधाएं हैं। 30 जून, 2024 तक कंपनी का परिचालन राजस्व 3,408.90 करोड़ रुपए था। वित्त वर्ष 2024 में कंपनी का राजस्व बढ़कर 11,397.61 करोड़ रुपए हो गया, जबकि वित्त वर्ष 2023 में यह 6,750.87 करोड़ रुपए और वित्त वर्ष 22 में 2,854.26 करोड़ रुपए था। FY24 में कुल खर्च 10,239.90 करोड़ रुपए था, जो FY23 में 6,162.63 करोड़ रुपए और FY22 में 2,827.47 करोड़ रुपए था।