वित्त वर्ष 2019 में चुकाना होगा विदेशी मुद्रा भंडार के आधे के बराबर कर्ज

punjabkesari.in Tuesday, Aug 07, 2018 - 11:00 AM (IST)

बिजनेस डेस्कः देश को 222 अरब डॉलर के शॉर्ट टर्म लोन का भुगतान इस वित्त वर्ष में करना होगा जो कुल विदेशी मुद्रा भंडार का 52 प्रतिशत है। एक्सटर्नल डेट के हालिया आंकड़ों से जानकारी मिली है कि इतने कर्ज का भुगतान मार्च 2019 तक करना है। जून 2018 के विदेशी मुद्रा भंडार के आंकड़े अभी तक नहीं आए हैं लेकिन माना जा रहा है कि जून अंत तक इसमें करीब 18 अरब डॉलर और जुलाई में 2 अरब डॉलर की कमी आई है।

विदेशी निवेशकों के शेयर बाजार से पैसा निकालने और कच्चे तेल के दाम में तेजी के चलते डॉलर की मांग बढऩे से विदेशी मुद्रा भंडार में ज्यादातर कमी आई है। इससे रुपए पर दबाव बना है। इस साल अप्रैल के बाद से डॉलर की तुलना में रुपए में 5 प्रतिशत की गिरावट आ चुकी है। रिजर्व बैंक ने रुपए में गिरावट को रोकने के लिए स्पॉट और फॉरवर्ड मार्कीट में करीब 20 अरब डॉलर की बिक्री की है।

महंगाई दर में हो सकती है बढ़ौतरी 
विदेश से इंपोर्ट को देखते हुए शॉर्ट टर्म लोन में बढ़ौतरी की उम्मीद की जा रही है और देश में डॉलर इनफ्लो नहीं बढ़ रहा है। ऐसे में रुपए पर दबाव से महंगाई दर में बढ़ौतरी हो सकती है। महंगाई को काबू में रखने के लिए रिजर्व बैंक जून के बाद से 2 बार बढ़ौतरी कर चुका है। रेपो रेट बढ़ाने से आर.बी.आई. को देश के बांड मार्कीट में विदेशी निवेश बढऩे की भी उम्मीद है। इसके अलावा माना जा रहा है कि रुपए में गिरावट रोकने के लिए वह डॉलर की बिक्री जारी रखेगा।

बैंक ऑफ अमरीका मेरिल लिंच ने भी अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि अगर रुपया डॉलर के मुकाबले 70 का लेवल पार करता है और इनफ्लो में बढ़ौतरी नहीं होती तो दिसम्बर तक रिजर्व बढ़ाने के लिए एन.आर.आई. बांड की जरूरत पड़ सकती है। हालांकि कुछ अर्थशास्त्रियों का कहना है कि ऐसे बांड की जरूरत इस बार नहीं पड़ेगी क्योंकि 2013 के मुकाबले देश देनदारियों से निपटने में कहीं अधिक सक्षम है। 


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Supreet Kaur

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