फॉक्सकॉन का सेमीकंडक्टर बनाने पर जोर, AI में बढ़ेगी चिप्स की मांग!

punjabkesari.in Monday, Jul 24, 2023 - 05:41 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः ताइवान की इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी फॉक्सकॉन एप्पल के आईफोन का एक प्रमुख असेंबलर है। ताइवानी फर्म पिछले कुछ वर्षों से सेमीकंडक्टर बनाने पर जोर दे रही है। उसका मानना है कि आने वाले दिनों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) जैसी तकनीकों के बढ़ने से चिप्स की मांग बढ़ेगी।

फॉक्सकॉन का कहना है कि उसकी सेमीकंडक्टर क्षेत्र की शुरुआत कठिन रही। फिच ग्रुप की एक इकाई बीएमआई के आईसीटी विश्लेषक गेब्रियल पेरेज ने बताया, "इंडस्ट्री में नए लोगों को प्रवेश के लिए कई बाधाओं का सामना करना पड़ता है।"

टीएसएमसी, सैमसंग या माइक्रोन जैसी कंपनियों ने अपनी वर्तमान क्षमताओं तक पहुंचने के लिए कई दशकों के अनुसंधान एवं विकास, प्रोसेस इंजीनियरिंग और खरबों डॉलर का निवेश किया।

काउंटरप्वाइंट रिसर्च के शोध उपाध्यक्ष नील शाह ने कहा कि फॉक्सकॉन का सेमीकंडक्टर्स पर जोर देना उसके व्यवसाय में विविधता लाने के बारे में है और कंपनी का इलेक्ट्रिक कार यूनिट लॉन्च करने का निर्णय उसी योजना का हिस्सा है। शाह ने कहा कि इसका उद्देश्य इलेक्ट्रॉनिक्स और ऑटोमोटिव कंपनियों के लिए "वन स्टॉप शॉप" बनना है।

यदि फॉक्सकॉन इलेक्ट्रॉनिक्स असेंबल और चिप्स का निर्माण कर सके, तो यह एक बहुत ही अनोखा और प्रतिस्पर्धी व्यवसाय होगा। 

वेदांता के साथ संयुक्त उद्यम को आगे नहीं बढ़ाएंगे

फॉक्सकॉन ने कहा, 'फॉक्सकॉन का इस इकाई से कोई संबंध नहीं है और इसका मूल नाम रखने के प्रयासों से भविष्य के हितधारकों के लिए भ्रम की स्थिति पैदा होगी। वैश्विक अनुबंध आधारित इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माता फॉक्सकॉन और वेदांता ने पिछले साल गुजरात में 19.5 अरब डॉलर (लगभग 1.5 लाख करोड़ रुपए) के निवेश से सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले उत्पादन संयंत्र बनाने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। फॉक्सकॉन ने बयान में कहा, "विकास के अधिक विविध अवसरों का पता लगाने के लिए आपसी समझौते के अनुसार फॉक्सकॉन ने फैसला किया है कि वह वेदांता के साथ संयुक्त उद्यम को आगे नहीं बढ़ाएगा।
 


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Content Writer

jyoti choudhary

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