भारत बनेगा दुनिया का सबसे बड़ा iPhone मेकर, चीन से बाहर निकलने पर विचार कर रही Apple
punjabkesari.in Tuesday, Dec 06, 2022 - 10:32 AM (IST)

बिजनेस डेस्कः भारत अब दुनिया का सबसे बड़ा iPhone मेकर बनने की राह पर चल पड़ा है। अमेरिकी स्मार्टफोन दिग्गज Apple चीन के बाहर प्रोडक्शन यूनिट्स में विविधता लाने का विचार कर रहा है। उद्योग के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक स्थानीय रूप से निर्मित आईफोन निर्माण में भारत की हिस्सेदार सबसे ज्यादा होने की संभावना है। सरकार की 41,000 करोड़ रुपए की उत्पादन से जुड़ी PLI Scheme का लाभ फॉक्सकॉन, पेगाट्रॉन और विस्ट्रॉन को मिल रहा है, जिसकी वजह से भारत में आईफोन की मैन्युफैक्चरिंग तेजी से बढ़ना तय है।
चीन और अमेरिका की जियो पॉलिटिकल टेंशन के बीच एपल धीरे-धीरे आईफोन निर्माण के एक बड़े पार्ट को भारत में ट्रांसफर कर रहा है। जानकारों के अनुसार चीन में कोविड लॉकडाउन के कारण प्रोडक्शन में काफी दिक्कतें हुई हैं, जिसकी वजह से कंपनी ने मैन्युफैक्चरिंग को शिफ्ट करने की अपनी योजना को तेज कर दिया है।
150% का होगा इजाफा
झेंग्झौ, चीन में फॉक्सकॉन का प्लांट दुनिया में आईफोन के लिए सबसे बड़ी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट है। पिछले महीने, प्रसिद्ध एप्पल विश्लेषक मिंग-ची कुओ ने एक ट्वीट में कहा था कि फॉक्सकॉन अपने भारत प्लांट की कैपेसिटी का विस्तार करेगी। जिसकी वजह से भारत में फॉक्सकॉन द्वारा बनाए गए आईफोन 2023 में कम से कम 150 फीसदी की दर से बढ़ेंगे और कुछ ही सालों में भारत से 40-45 फीसदी iPhones (वर्तमान 2-4 फीसदी की तुलना में) को शिप करना है।
लगातार कम हो रहा है चीन में प्रोडक्शन
Apple ने सितंबर 2022 को समाप्त अपने वित्तीय वर्ष में 205 बिलियन डॉलर के स्मार्टफोन का प्रोडक्शन किया था। काउंटरपॉइंट रिसर्च के अनुसार, मेन लैंड चीन का योगदान 2022 में ग्लोबल शिपमेंट का लगभग 91.2-93.5 फीसदी, 2021 में 95.8 फीसदी और 2020 में 98.2 फीसदी से धीरे-धीरे कम हो रहा है। आईफोन के लिए चीन अमेरिका के बाद दूसरा सबसे बड़ा बाजार बना हुआ है।