अडानी संकट ने निवेशकों के डुबोए 10 लाख करोड़ रुपए

punjabkesari.in Tuesday, Feb 14, 2023 - 10:31 AM (IST)

बिजनेस डेस्कः जनवरी के आखिरी हफ्ते में आई हिंडनबर्ग रिपोर्ट का असर करीब दो कारोबारी हफ्तों में भी कम नहीं हुआ है। अडानी ग्रुप के मार्केट कैप में सोमवार तक 10 लाख करोड़ रुपए तक का नुकसान हो चुका है। सिर्फ सोमवार को ही ग्रुप की लिस्टिड कंपनियों के ज्वाइंट मार्केट कैप से 51,600 करोड़ रुपए से ज्यादा साफ हो चुका है। हाल ही में एमएससीआई ने ग्रुप की कंपनियों के वेटेज को कम किया है और मूडीज की ओर से भी रेटिंग में कटौती की है। इसके अलावा ग्रुप ने अपने कैपेक्स को भी कम किया है जिसके असर से सोमवार को अडानी ग्रुप की कंपनियों में 5 से 7 फीसदी तक की गिरावट देखने को मिली थी। आधी से ज्यादा कंपनियों में 5 फीसदी का लोअर सर्किट तक गया था।

53% कंपनी डाउन

सोमवार की गिरावट ने समूह का मार्केट कैप को कम करते हुए 8.98 ट्रिलियन रुपए पर ला दिया तो कभी 19 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा था। जी हां, 24 जनवरी को अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप के शेयरों में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है और 13 कारोबारी दिनों में अडानी ग्रुप का मार्केट कैप से 10.2 ट्रिलियन रुपए साफ हो चुके हैं। इसका मतलब है कि ग्रुप 53 फीसदी डाउन हो चुका है। वैसे अडानी ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में लगाए आरोपों को निराधार और बेतुका बताया है। साथ ही गौतम अडानी ने हिंडनबर्ग से कानूनी लड़ाई के लिए अमेरिका की सबसे बड़ी लॉ फर्म को भी हायर लिया है। अडानी ग्रुप के स्पोक्सपर्सन का कहना है कि प्रत्येक कंपनी की बैलेंसशीट का काफी स्ट्रांग और हेल्दी है।

24 जनवरी के बाद कौन सी कंपनी कितनी डूबी

कंपनी का नाम कितना हुआ नुकसान (% में)
अडानी इंटरप्राइजेज 50.11
अडानी पोर्ट एंड एसईजेड 27.29
अडानी पॉवर लिमिटेड 43.20
अडानी ट्रांसमिशन 59.11
अडानी ग्रीन एनर्जी 64.05
अडानी टोटल गैस 69.23
अडानी विल्मर 27.71
एसीसी लिमिटेड 21.95
अंबूजा सीमेंट    31.32
एनडीटीवी 30.18

 

कंपनियों पर लगा है एएसएम

अडानी इंटरप्राइजेज के बोर्ड की मंगलवार को बैठक होगी, जिसमें कंपनी की दिसंबर तिमाही की इनकम पर चर्चा होगी। अडानी इंटरप्राइजेज, अडानी टोटल गैस, अडानी ग्रीन और अडानी ट्रांसमिशन जैसे स्टॉक एनएसई के एडिशन सर्विलांस मेजर्स (एएसएम) फ्रेमवर्क में हैं, जो दिन के कारोबार के लिए अतिरिक्त मार्जिन को रोकते हैं, जबकि अदानी पोर्ट्स और अंबुजा सीमेंट्स पिछले हफ्ते एएसएम से बाहर निकल गए। अडानी इंटरप्राइजेज तथाकथित शॉर्ट-टर्म एएसएम के तहत है, जबकि अडानी टोटल गैस, अडानी ग्रीन और अडानी ट्रांसमिशन को शॉर्ट-टर्म से लॉन्ग-टर्म एएसएम में ट्रासंफर कर दिया गया है। अडानी एंटरप्राइजेज पर ट्रेड मार्जिन को बढ़ाकर 65.17 फीसदी कर दिया गया है, जबकि अडानी ग्रीन, अडानी ट्रांसमिशन और अडानी टोटल गैस पर मार्जिन को बढ़ाकर 100 फीसदी कर दिया गया है।

 


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Content Writer

jyoti choudhary

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