पाकिस्तान की भारत पर ‘नारकोटिक्स स्ट्राइक’

punjabkesari.in Friday, Jul 05, 2019 - 03:36 AM (IST)

पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक करके भारत भले ही खुश हो ले, पर असल में पाकिस्तान ने भारत पर लगातार ‘नारकोटिक्स स्ट्राइक’ करके हमें अपेक्षाकृत ज्यादा नुक्सान पहुंचाया है। 2 दिन पूर्व  लोकसभा में आए ताजा आंकड़ों और अन्तर्राष्ट्रीय नशा मुक्ति दिवस पर आई रिपोर्ट से यह बात और भी साफ हो गई है। इनसे पता चलता है कि पाकिस्तान की हम पर की गई नार्को स्ट्राइक किस कदर सफल रही है। 

पाकिस्तान से नशे की सबसे ज्यादा तस्करी पंजाब की सरहद से होती है। पंजाब में नशे का कारोबार कुुकुरमुत्ते की तरह फैल चुका है और युवाओं की एक बड़ी आबादी नशे की चपेट में है। हालात इतने खराब हैं कि इस पर ‘उड़ता पंजाब’ जैसी फिल्म भी बन चुकी है। पंजाब के सरहदी क्षेत्रों में रहने वाले किसानों को पाकिस्तान के ड्रग्स तस्कर अपने शिकंजे में कसते जा रहे हैं। ये उन किसानों को ‘नार्को’ कोरियर बनाकर उनसे ड्रग्स की तस्करी करवाते हैं। ये तस्कर उन किसानों को अपना मोहरा बनाते हैं, जिनके खेत सरहद पर लगी बाड़ के दूसरी ओर हैं। तस्कर सरहदी किसानों पर लालच का जाल फैंकते हैं क्योंकि उन्हें पैसे की सबसे ज्यादा जरूरत है। तस्कर किसानों से बड़ी मात्रा में तस्करी कराने की बजाय छोटे रूप में ड्रग्स की बड़ी खेप पहुंचाते हैं। 

दरअसल, पंजाब के सरहदी क्षेत्रों के अन्तर्गत 212 गांवों में रहने वाले लगभग 6000 परिवारों के खेत सुरक्षा बाड़ की दूसरी ओर हैं। बताया जाता है कि इन किसानों का इस्तेेमाल एक कोरियर वाले के रूप में होता है, जो 400 से 500 मीटर के बाड़े वाले क्षेत्र को पार कर ड्रग्स को सूचना वाले स्थान तक पहुंचा देते हैं। किसानों को इस काम के एवज में एक किलो के पैकेट के बदले 50 हजार से 70 हजार रुपए तक दिए जाते हैं। कुल मिलाकर पाकिस्तान पंजाब और जम्मू-कश्मीर में हैरोइन के अवैध कारोबार को बढ़ावा दे रहा है। पाकिस्तान की वजह से भारत में लगातार नार्को टैरेरिज्म का खतरा बढ़ता जा रहा है। सीमा पार से लाई गई हैरोइन के अवैध कारोबार की कमाई का इस्तेमाल कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए हो रहा है। अब कश्मीर के जरिए अवैध हैरोइन का कारोबार पूरे देश में फैलाने की कोशिश की जा रही है। 

गौरतलब है कि 25 जून, 2019 को लोकसभा में बताया गया कि 2017 में देश में नशीले पदार्थों की तस्करी के 47,344 मामले सामने आए थे। इन मामलों में सबसे ज्यादा 12,439 मामले पंजाब में दर्ज किए गए। 2007 से 2017 तक नशे की वजह से देश में 25 हजार आत्महत्याएं हुईं। इस बीच संयुक्त राष्ट्र के सहयोग से चलने वाली संस्था आई.एन.सी.बी. की 2018 की रिपोर्ट में भारत में ड्रग्स के फैलते अवैध जाल पर ङ्क्षचता जताई गई। देश में अधिकांश ड्रग्स पाकिस्तान के माध्यम से पहुंचती हैं, जिन्हें पाकिस्तान, बंगलादेश, नेपाल सीमा से या फिर अफ्रीका से होकर लाया जाता है। इन्हें लाने के सबसे बेहतरीन रास्ते सरहदी इलाकों में मौजूद नदी-नाले होते हैं। हैरोइन और कोकीन नियंत्रण रेखा से कश्मीर घाटी में आती हैं, फिर वहां से पूरे देश में फैलाई जाती हैं। 

हाल के दिनों में पाकिस्तान की भारत पर की गई नार्को स्ट्राइक में काफी तेजी आई है। आंकड़ों के मुताबिक पाकिस्तान ने गत 25 महीनों के दौरान भारत में 3000 करोड़ से अधिक की ड्रग्स भिजवा कर एक ओर तो हमारे हजारों युवाओं को मौत के घाट उतारा है, वहीं दूसरी ओर कश्मीर समेत देश के कई हिस्सों में ड्रग्स की रकम आतंकियों तक पहुंचा कर उन्हें  मजबूत करने का काम किया है। राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो की मानें तो भारत में 2007 से लेकर 2017 तक 10 सालों में ड्रग्स से संबंधित 25,000 से ज्यादा आत्महत्याएं हुई थीं। पूरे देश में करीब 8.5 लाख लोग ड्रग्स इंजैक्ट करते हैं। आई.एन.सी.बी. की रिपोर्ट भी बताती है कि भारत में अवैध हैरोइन की जब्ती काफी ज्यादा बढ़ी है।


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