आयुष्मान भारत : भारत की स्वास्थ्य यात्रा में एक मील का पत्थर

punjabkesari.in Monday, Sep 23, 2024 - 05:22 AM (IST)

आयुष्मान  भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (ए.बी.-पी.एम. जे.ए.वाई.) की छठी वर्षगांठ गर्व और चिंतन का क्षण है। सितंबर 2018 में हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में शुरू की गई ए.बी.पी.एम.-जे.ए.वाई. आज दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य सेवा योजना में से एक बन चुकी है। यह योजना इस सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है कि सभी नागरिकों, विशेष रूप से सबसे कमजोर वर्गों, के लिए समान स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराई जाए। पिछले 6 वर्षों में, इस महत्वाकांक्षी योजना ने लाखों जिंदगियों को छुआ है, उन्हें आशा, उपचार  और कई मामलों में जीवनरक्षक उपचार प्रदान किया है। ए.बी.-पी.एम.जे.ए.वाई. की यात्रा इस बात का प्रमाण है कि एक राष्ट्र जब अपने लोगों के स्वास्थ्य और कल्याण को बेहतर बनाने के लक्ष्य के साथ एकजुट होता है, तो क्या कुछ हासिल कर सकता है। 

स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच में क्रांति : आयुष्मान भारत का मुख्य मिशन यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी भारतीय अपनी वित्तीय स्थिति के कारण स्वास्थ्य सेवा से वंचित न रहे। माध्यमिक और तृतीयक अस्पताल देखभाल को कवर करने के लिए प्रति परिवार 5 लाख रुपए की वार्षिक कवरेज के साथ, ए.बी.-पी.एम.जे.ए.वाई. ने आॢथक रूप से वंचित परिवारों को देश के कुछ सर्वश्रेष्ठ अस्पतालों में मुफ्त में गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा देखभाल प्राप्त करने का साधन प्रदान किया है। 

हाल ही में भारत सरकार द्वारा 70 वर्ष और उससे अधिक उम्र के आयु वर्ग के वरिष्ठ नागरिकों के लिए ए.बी.-पी.एम.जे.ए.वाई. के लाभों का विस्तार करने का निर्णय लिया गया है, जो हमारे देश में बदलते जनसांख्यिकीय परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे पहले, हमारे सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकत्र्ता, जैसे कि आशा बहनों, आंगनवाड़ी कार्यकत्र्ता और आंगनवाड़ी सहायकों के परिवारों को योजना के दायरे में लाया गया था। 55 करोड़ से अधिक लोग योजना के तहत मुफ्त स्वास्थ्य सेवाओं के लिए आज पात्र हैं। अभी तक 7.5 करोड़ से अधिक सफल उपचार प्रदान किए गए हैं जिस पर 1 लाख करोड़ रुपए से अधिक का खर्च हुआ है। 

इस योजना में उपचार का दायरा बहुत व्यापक है, जो 1900 से अधिक चिकित्सा प्रक्रियाओं को कवर करता है, जिनमें हृदय बाईपास या ज्वाइंट रिप्लेसमैंट जैसी जटिल सर्जरी से लेकर कैंसर और गुर्दे की बीमारियों के उपचार तक शामिल हैं। ये ऐसे उपचार हैं जो पहले तमाम लोगों के लिए पहुंच से बाहर थे, लेकिन अब ए.बी.-पी.एम.जे.ए.वाई. ने उन्हें सुलभ, किफायती और सभी के लिए उपलब्ध बना दिया है। 

विस्तृत नैटवर्क और मजबूत सिस्टम  : ए.बी.-पी.एम.जे.ए.वाई. की एक विशेषता इसका एक मजबूत स्वास्थ्य सेवा प्रदाता नैटवर्क तैयार करने की क्षमता रही है। आज, भारत भर के 29,000 से अधिक अस्पताल, जिनमें 13,000 से अधिक निजी अस्पताल शामिल हैं, योजना के तहत सूचीबद्ध हैं। यह नैटवर्क ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों तक फैला हुआ है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि देश के सबसे दूरस्थ हिस्सों में रहने वाले लोग भी गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्राप्त कर सकें। आयुष्मान भारत की सफलता ने स्वास्थ्य सेवा पारिस्थितिकी तंत्र के अन्य हिस्सों में भी सुधार को उत्प्रेरित किया है। योजना के गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा पर जोर ने सार्वजनिक और निजी दोनों अस्पतालों को अपने बुनियादी ढांचे और सेवाओं को उन्नत करने के लिए प्रेरित किया है। इसके अतिरिक्त, इसने स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का वातावरण विकसित किया है, जो प्रदाताओं को रोगी कल्याण को बेहतर बनाने के लिए प्रोत्साहित करता है। 

समग्र स्वास्थ्य सेवा आयुष्मान भारत सिर्फ माध्यमिक और तृतीयक स्तरीय अस्पताल चिकित्सा के बारे में नहीं है। ए.बी.-पी.एम.जे.ए.वाई. के साथ-साथ, सरकार आयुष्मान आरोग्य मंदिर (ए.ए.एम.) के निर्माण के माध्यम से प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने पर भी काम कर रही है। ये स्वास्थ्य केंद्र सुरक्षात्मक और प्रोत्साहक स्वास्थ्य सेवाओं पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जिसका उद्देश्य जनसंख्या में कुल रोगों के भार को कम करना है। 

चुनौतियों को पार करके आगे बढऩा : आयुष्मान भारत की उपलब्धियों का हर्ष मनाते हुए, हमें आगे आने वाली चुनौतियों को भी स्वीकार करना चाहिए। योजना का पैमाना विशाल है, और इसके साथ इसे लगातार अनुकूलित, परिष्कृत और सुधारने की जिम्मेदारी आती है। 

स्वस्थ भारत का सपना : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के रूप में, मेरा दृढ़ विश्वास है कि किसी भी राष्ट्र का स्वास्थ्य उसकी समृद्धि की नींव है। स्वस्थ जनता देश के विकास, उत्पादकता और नवाचार में योगदान करने में सक्षम होती है। आयुष्मान भारत इस स्वस्थ, मजबूत और विकसित भारत की संकल्पना का केंद्र है।जय हिन्द!-जगत प्रकाश नड्डा(केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री)


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Related News