GST Rate Cut: GST कटौती के बाद ये बनी देश की सबसे सस्ती कार, जानें कौन सी गाड़ी होगी आपके लिए बेस्ट?
punjabkesari.in Monday, Sep 22, 2025 - 02:45 PM (IST)

नेशनल डेस्क : देशभर में आज, 22 सितंबर 2025 से नया जीएसटी स्लैब (GST 2.0) लागू हो गया है, जिसका असर ऑटोमोबाइल सेक्टर पर साफ दिखाई दे रहा है। इस नए स्लैब के बाद मारुति सुजुकी, टाटा मोटर्स और रेनॉल्ट जैसी प्रमुख कार निर्माता कंपनियों ने अपनी कारों की कीमतों में भारी कटौती की घोषणा की है। खास बात यह है कि मारुति सुजुकी की माइक्रो एसयूवी एस-प्रेसो अब देश की सबसे सस्ती कार बन गई है, जिसने ऑल्टो K10 को भी पीछे छोड़ दिया है।
मारुति एस-प्रेसो बनी सबसे सस्ती कार
नए जीएसटी स्लैब के बाद मारुति सुजुकी की एरिना और नेक्सा डीलरशिप पर बिकने वाली सभी कारों की कीमतों में कमी आई है। मारुति की माइक्रो एसयूवी एस-प्रेसो अब सबसे सस्ती कार बन गई है, जिसकी शुरुआती एक्स-शोरूम कीमत 3.49 लाख रुपये है। वहीं, मारुति ऑल्टो K10 की नई शुरुआती कीमत 3.69 लाख रुपये हो गई है। इस तरह दोनों कारों की कीमत में 20,000 रुपये का अंतर है। ऑल्टो K10 के STD (O) वैरिएंट की कीमत पहले 4.23 लाख रुपये थी, जो अब घटकर 3.69 लाख रुपये हो गई है। इससे ग्राहकों को लगभग 53,100 रुपये की बचत हो रही है।
टाटा टियागो और नेक्सन पर भारी डिस्काउंट
टाटा मोटर्स ने भी अपनी लोकप्रिय कारों टियागो और नेक्सन की कीमतों में भारी कटौती की है। टाटा टियागो के XE वैरिएंट की कीमत पहले 4.99 लाख रुपये थी, जो अब घटकर 4.57 लाख रुपये हो गई है। यानी ग्राहकों को 42,500 रुपये का फायदा मिल रहा है। वहीं, टाटा नेक्सन पर सबसे ज्यादा 1.55 लाख रुपये की कटौती की गई है। अब इसकी शुरुआती कीमत 7.31 लाख रुपये है। इसके साथ ही कंपनी 45,000 रुपये तक का अतिरिक्त लाभ भी दे रही है।
रेनॉल्ट क्विड भी हुई सस्ती
रेनॉल्ट क्विड की कीमत में भी कमी आई है। इसके 1.0 RXE वैरिएंट की कीमत पहले 4.69 लाख रुपये थी, जो अब घटकर 4.29 लाख रुपये हो गई है। इस तरह ग्राहकों को लगभग 40,000 रुपये का डिस्काउंट मिल रहा है।
नए जीएसटी स्लैब का ग्राहकों को फायदा
नए जीएसटी स्लैब के लागू होने से ऑटोमोबाइल सेक्टर में कारों की कीमतों में उल्लेखनीय कमी आई है, जिससे ग्राहकों को सस्ती कारें खरीदने का मौका मिल रहा है। मारुति सुजुकी, टाटा मोटर्स और रेनॉल्ट जैसी कंपनियों की इस पहल से बाजार में प्रतिस्पर्धा और तेज होने की उम्मीद है। यह कदम न केवल ग्राहकों के लिए फायदेमंद है, बल्कि ऑटोमोबाइल सेक्टर की बिक्री को भी बढ़ावा दे सकता है।