भारत में लॉन्च हुई ओजेम्पिक की दवा, अब आसानी से घटा सकेंगे वजन, जानें कितनी होगी कीमत

punjabkesari.in Saturday, Dec 13, 2025 - 09:22 PM (IST)

नेशनल डेस्क : दुनियाभर में लोकप्रिय डायबिटीज की दवा ओजेम्पिक अब भारत में भी उपलब्ध हो गई है। नोवो नॉर्डिस्क ने इसे भारत में लॉन्च कर दिया है। यह दवा शुगर कंट्रोल करने के साथ-साथ वजन घटाने में भी मददगार मानी जा रही है। इस दवा के माध्यम से डायबिटीज रोगियों और मोटापे से परेशान लोगों को इलाज में नया विकल्प मिलेगा।

ओजेम्पिक में सक्रिय घटक सेमाग्लूटाइड है, जो शरीर में प्राकृतिक रूप से मौजूद GLP-1 हार्मोन की तरह काम करता है। यह हार्मोन भूख को नियंत्रित करता है और शुगर लेवल को संतुलित रखता है। जब व्यक्ति कम भोजन करता है, तो शरीर में कैलोरी की खपत भी कम हो जाती है, जिससे वजन कम होने में मदद मिलती है। इस दवा का यह असर उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो डायबिटीज के साथ-साथ वजन कम करने की प्रक्रिया में हैं।

भारत में कीमत और डोज
0.25 एमजी हफ्ते की डोज: ₹2,200

0.5 एमजी हफ्ते की डोज: ₹2,540

1 एमजी हफ्ते की डोज: ₹2,800

ओजेम्पिक की डोज मरीज की मेडिकल हिस्ट्री, मोटापे और डायबिटीज के प्रकार के अनुसार डॉक्टर तय करते हैं। यदि कोई व्यक्ति एक महीने या छह महीने तक दवा का सेवन करता है, तो डोज की कुल कीमत भी उसी के अनुसार बढ़ती है।

सावधानियां और चेतावनी
दिल्ली के जीटीबी अस्पताल में मेडिसिन विभाग के डॉ. अजीत कुमार ने बताया कि ओजेम्पिक का भारत में लॉन्च होना अच्छी खबर है, लेकिन इसे किसी भी व्यक्ति को बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं लेना चाहिए। यह जरूरी नहीं कि दवा सभी व्यक्तियों पर समान रूप से असर करेगी। इसके कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। उन लोगों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए जिनके पेट की गंभीर बीमारियां हैं या जिनका शुगर लेवल अत्यधिक बढ़ा हुआ है। दवा लेने से पहले डॉक्टर से परामर्श आवश्यक है।

डॉ. कुमार ने स्पष्ट किया कि ओजेम्पिक का इस्तेमाल केवल मेडिकल सलाह के तहत ही किया जाना चाहिए। सही डोज और चिकित्सकीय निगरानी के साथ इस दवा का सेवन करना सुरक्षित रहेगा। ओजेम्पिक अब भारत में डायबिटीज और वजन नियंत्रण के लिए एक नया विकल्प बन गया है। यह दवा शुगर लेवल को नियंत्रित करने के साथ-साथ भूख को कम करके वजन घटाने में मदद करती है। हालांकि, इसका सेवन डॉक्टर की देखरेख में ही किया जाना चाहिए, ताकि संभावित दुष्प्रभावों से बचा जा सके।


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Content Editor

Shubham Anand

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