Cough Syrup: बच्चों के लिए कब कफ सिरप बन सकती जहर? पिलाने से पहले जान लें हर बात

punjabkesari.in Monday, Nov 17, 2025 - 09:22 PM (IST)

नेशनल डेस्क : बच्चों की खांसी होने पर माता-पिता का पहला कदम अक्सर खांसी की सिरप देना होता है। लेकिन चाइल्ड हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह हर बार सही विकल्प नहीं है। जरूरत से ज्यादा खांसी की दवाएं बच्चों को फायदा पहुँचाने के बजाय नुकसान भी पहुँचा सकती हैं। ये न केवल असली कारण को छिपाती हैं, बल्कि कभी-कभी गंभीर साइड इफेक्ट या जहर जैसा असर भी पैदा कर सकती हैं।

हर खांसी में दवा की जरूरत नहीं
विशेषज्ञ बताते हैं कि बच्चों की खांसी अक्सर वायरल इंफेक्शन जैसे सर्दी या फ्लू की वजह से होती है, जो कुछ दिनों में अपने आप ठीक हो जाती है। सिरप सिर्फ लक्षणों को छिपाता है, असली कारण को नहीं मिटाता। इसके कारण गंभीर बीमारियों की पहचान में देरी हो सकती है, खासकर अगर खांसी अस्थमा, एलर्जी या किसी गंभीर संक्रमण की वजह से हो।

ज्यादा खांसी की दवा बन सकती है खतरनाक
अधिकतर खांसी की दवाओं में डिकंजेस्टेंट, एंटीहिस्टामिन और कभी-कभी कोडीन जैसे तत्व होते हैं। इनकी ज्यादा मात्रा से बच्चों में नींद आना, चक्कर, धड़कन बढ़ना, मितली या सांस लेने में दिक्कत जैसी समस्याएं हो सकती हैं। बच्चों का शरीर दवाओं के प्रति अधिक संवेदनशील होता है, इसलिए थोड़ी ओवरडोज भी गंभीर असर डाल सकती है। बड़ों की तुलना में बच्चों का लिवर और किडनी पूरी तरह विकसित नहीं होते। इस कारण दवाएं उनके शरीर में लंबे समय तक रहती हैं और ज्यादा असर करती हैं। इसलिए डॉक्टर हमेशा वजन के आधार पर दवा तय करते हैं, न कि अंदाजे से।

घरेलू उपाय ज्यादा सुरक्षित और असरदार
डॉक्टरों का कहना है कि हल्की खांसी में घरेलू उपाय अधिक फायदेमंद हैं। एक साल से बड़े बच्चों को शहद देना गले को आराम देता है और रात की खांसी कम करता है। गर्म सूप, हर्बल चाय या गर्म पानी गले को कोट करता है। भाप लेना या नमक के पानी की नाक में कुछ बूंदें डालना जकड़न कम करता है। इसके अलावा पर्याप्त पानी पीना और आराम करना शरीर को खुद रिकवरी में मदद करता है।

कब जरूरी होती है खांसी की सिरप?
कुछ खास परिस्थितियों में ही डॉक्टर खांसी की सिरप देते हैं, जैसे एलर्जिक खांसी, काली खांसी या बैक्टीरियल इंफेक्शन। ऐसे मामलों में भी दवा की मात्रा, अवधि और प्रकार डॉक्टर तय करते हैं। डॉक्टर जयकिशन त्रिपाठी, कंसल्टेंट पीडियाट्रिक क्रिटिकल केयर, TOI को बताते हैं, “खांसी शरीर की सुरक्षा प्रतिक्रिया है, जो फेफड़ों से बलगम और गंदगी बाहर निकालती है। इसे जरूरत से ज्यादा दबाना नुकसानदायक हो सकता है।”


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Content Editor

Shubham Anand

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