किसानों की आय नहीं बल्कि कृषि कर्ज माफी ग्रामीण मांग में सुधार की वजह: रिपोर्ट

punjabkesari.in Sunday, Jul 15, 2018 - 09:06 PM (IST)

मुंबई : कुछ ग्रामीण क्षेत्रों में मांग में आई वृद्धि का कारण किसानों की आय में वृद्धि न होकर कृषि ऋण माफी है। एचडीएफसी बैंक की एक ताजा रिपोर्ट के अनुसार , यह इस बात का संकेत है कि अर्थव्यवस्था अभी भी ग्रामीण क्षेत्र की हाल में पूरा सुधार अभी कुछ दूर है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि हाल के महीनों में ग्रामीण क्षेत्र की मांग में तेजी आई है। इसका एक प्रमाण यह है कि ट्रैक्टर जैसे बड़े उत्पादों की बिक्री की मांग बढ़ी है और रोजमर्रा की उपभोक्ता वस्तुएं बनाने वाली कंपनियों के तिमाही नतीजे बेहतर हुए हैं। नील्सन के आंकड़ों के मुताबिक , ग्रामीण मांग मार्च तिमाही में ग्रामीण क्षेत्र में मांग 13.5 प्रतिशत की दर से बढ़ी। यह शहरी मांग में विस्तार की गति से तेज है।

उल्लेखनीय है कि किसानों की आत्महत्याओं की घटनाओं के बीच कई राज्यों ने कृषि ऋण माफी का एलान किया। उत्तर प्रदेश , मध्य प्रदेश , महाराष्ट्र और पंजाब के बाद हाल ही में कर्नाटक ने किसानों का कर्ज माफ किया है। एचडीएफसी बैंक ने रिपोर्ट में कहा है कि ग्रामीण मांग में वृद्धि के कई कारक हैं। अच्छा मानसून , पर्याप्त मात्रा में खरीद और फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के इस दिशा में महत्वपूर्ण काम किया।

बैंक के मुख्य अर्थशास्त्री अभीक बरुआ ने कहा , कि इस बात के स्पष्ट संकेत है कि 2016 में हुई नोटबंदी और जीएसटी से उत्पन्न व्यवधानों के कारण प्रभावित हुई ग्रामीण क्षेत्र की मांग अब फिर से सुधार के रास्ते पर है। हमारा मानना है कि किसानों की कर्ज माफी इस तेजी की वजह हो सकती है। ट्रैक्टर बिक्री जैसे उत्पादों में आई हालिया तेजी कृषि ऋण माफी से प्रेरित हो सकती है। इस तरह की स्थिति 2009 में भी देखने को मिली थी जब सरकार ने किसानों की कर्ज माफी की थी और इस दौरान ट्रैक्टर बिक्री में 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। 


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