पति द्वारा घर से निकले जाने के बाद बेची अखबार, बेटे को बनाया C.A

punjabkesari.in Monday, Oct 05, 2015 - 02:00 PM (IST)

जयपुर: यह महिला अन्य सभी महिलाओं के लिए मिसाल साबित हुई। राजस्थान की इस महिला ने अखबार बेच-बेच कर अपने बेटे को सी.ए बनाया। शिमला खंडेलवाल ने पति द्वारा घर से निकाल दिए जाने के बाद अखबार बेचकर बेटे को पढ़ाया-लिखाया। आज उनका बेटा चार्टर्ड अकाउंटेंट है। 22 साल पहले जब शिमला खंडेलवाल की शादी हुई थी। दो बच्चे हुए, लेकिन पति को उनकी परवरिश और कॅरियर की कोई परवाह नहीं थी। घर में रोज मारपीट किया करते थे।

अपने बीते वक्त को याद करते हुए उन्होंने बताया कि मारपीट से तंग आकर उन्होंने मायके से मदद की उम्मीद की। वहां से निराशा हाथ लगने पर 30 साल की उम्र में शिमला ने घर छोड़ दिया। एक किराए का कमरा लिया और ससुर जी के व्यवसाय को ही अपना भी व्यवसाय बना लिया। आज शिमला ने संघर्ष करते हुए 14 साल गुजर चुके हैं। 

शिमला ने ससुर के न्यूजपेपर स्टॉल की दुकान के बगल में ही अपनी स्टॉल लगाना शुरु किया। महज चार पेपर से व्यवसाय शुरु करने वाली शिमला आज कई भाषाओं और अनेक पब्लिकेशंस के न्यूजपेपर अपने स्टॉल में रखती हैं। ससुर को पीछे छोड़ते हुए शिमला ने अपना न्यूजपेपर का बिजनेस जमा लिया। अल सुबह पेपर बांटती हैं। इसके बाद दोपहर दो बजे तक अपने स्टॉल पर न्यूजपेपर और मैग्जीन बेचती हैं। दोपह बाद घर जाकर सिलाई का काम करती हैं।

शिमला कहती हैं कि इस पुरुष प्रधान समाज में लोग यही जानते हैं महिला खुद के जज्बे से नहीं जी सकती है। वो अबला होती है, लेकिन ऐसा नहीं है। खुद में लगन और कुछ करने का जज्बा हो तो आपके खिलाफ खड़ा हुआ समाज भी आपके आपको सलाम करता है।


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