Rollins से लेकर Cambridge तक, राहुल गांधी की पढ़ाई की कहानी सुनकर रह जाएंगे हैरान

punjabkesari.in Thursday, Jun 19, 2025 - 12:53 PM (IST)

नेशनल डेस्क: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का नाम भारतीय राजनीति में दशकों से बना हुआ है। लेकिन राजनीति में आने से पहले उनका निजी जीवन खासकर शैक्षणिक सफर लोगों के लिए रहस्य जैसा रहा है। सोशल मीडिया पर उनकी डिग्रियों को लेकर कई तरह की अफवाहें और दावे होते रहे हैं। लेकिन असलियत क्या है? राहुल गांधी ने कहां-कहां पढ़ाई की और किन संस्थानों से डिग्री हासिल की? आइए आसान और साफ़ भाषा में जानते हैं।

दिल्ली और दून स्कूल से हुई शुरुआती पढ़ाई

राहुल गांधी की शुरुआती शिक्षा दिल्ली के सेंट कोलंबस स्कूल से हुई थी। इसके बाद उन्होंने 1981 से 1983 तक देहरादून के प्रसिद्ध द दून स्कूलमें पढ़ाई की।
लेकिन 1984 में उनकी दादी और तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद राहुल और उनकी बहन प्रियंका गांधी को सुरक्षा कारणों से स्कूल से निकालकर घर पर पढ़ाया गया।

सेंट स्टीफंस कॉलेज से शुरू हुआ ग्रेजुएशन

1989 में राहुल गांधी ने दिल्ली के सेंट स्टीफंस कॉलेज में एडमिशन लिया। यहां उन्होंने केवल पहला साल ही पढ़ाई की और इसके बाद सुरक्षा कारणों से अमेरिका के हार्वर्ड यूनिवर्सिटी चले गए। इस दौरान उनकी एडमिशन प्रक्रिया पर भी चर्चा हुई थी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, राहुल को भारत में निशानेबाज के रूप में उपलब्धियों के आधार पर कॉलेज में जगह मिली थी, जो कि भारत में खेल कोटे के तहत सामान्य प्रक्रिया है।

हार्वर्ड में अधूरी पढ़ाई, फिर रोलिन्स कॉलेज से ग्रेजुएशन

हालांकि, हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में राहुल गांधी की पढ़ाई अधूरी रह गई, क्योंकि 1991 में उनके पिता राजीव गांधी की हत्या हो गई थी। इसके बाद उन्हें अमेरिका के फ्लोरिडा स्थित Rollins College में एडमिशन दिलाया गया, जहां उन्होंने ग्रेजुएशन पूरा किया। यहां उनकी पहचान गुप्त रखी गई थी और केवल विश्वविद्यालय के अधिकारियों और सुरक्षा एजेंसियों को ही उनकी असली पहचान के बारे में जानकारी थी। रॉलिन्स कॉलेज की वेबसाइट पर राहुल गांधी को Select Alumni Associates में शामिल किया गया है, जिससे उनकी डिग्री की पुष्टि होती है।

कैंब्रिज यूनिवर्सिटी से की एमफिल

स्नातक की पढ़ाई के बाद राहुल गांधी ने 1995 में ब्रिटेन के प्रसिद्ध कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के ट्रिनिटी कॉलेज में एडमिशन लिया और वहां से ‘डेवलपमेंट स्टडीज’ में एमफिल की डिग्री प्राप्त की। साल 2009 में उनकी डिग्री को लेकर उठे विवादों के बाद कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी ने पुष्टि की कि राहुल गांधी ने संस्थान से एमफिल की पढ़ाई पूरी की है।

राजनीति में आने से पहले का करियर

राजनीति में आने से पहले राहुल गांधी ने अपने करियर की शुरुआत लंदन की मैनेजमेंट कंसल्टिंग फर्म ‘मॉनिटर ग्रुप’ में की। बाद में वे भारत लौट आए और मुंबई में एक टेक्नोलॉजी कंसल्टेंसी फर्म ‘BackOps Services Pvt. Ltd.’ की स्थापना की। उन्होंने विदेश में BackOps UK नाम की कंपनी भी बनाई, जिसे लेकर बाद में उनकी नागरिकता को लेकर विवाद भी उठा, हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने इस याचिका को खारिज कर दिया।

क्यों उठते हैं डिग्री पर सवाल?

राहुल गांधी की शिक्षा को लेकर सवाल उठने का एक कारण यह भी है कि उन्होंने पढ़ाई के दौरान अपनी पहचान ‘राहुल विन्सी’ के नाम से रखी थी, ताकि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
इसके अलावा कांग्रेस विरोधी दलों द्वारा कई बार डिग्री फर्जी होने के आरोप भी लगाए गए, लेकिन संबंधित संस्थानों द्वारा बार-बार इन दावों को नकारा गया है।


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Content Editor

Ashutosh Chaubey

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