''जेल बजट तो बढ़ा देते...'', संसद में बोले संजय सिंह, सभापति धनखड़ ने भी ली चुटकी

punjabkesari.in Thursday, Jul 25, 2024 - 06:15 PM (IST)

नेशनल डेस्कः आम आदमी पार्टी (आप) के संजय सिंह ने गुरुवार को सरकार पर रक्षा, कृषि, स्वास्थ्य और ऊर्जा के साथ ही जेल के बजट में भी कटौती करने का आरोप लगाया और आग्रह किया कि वह कम से कम जेल का तो बजट बढ़ा दे क्योंकि अगला नंबर सत्ता पक्ष के लोगों का आने वाला है।

राज्यसभा में आम बजट 2024-25 पर चर्चा में भाग लेते हुए सिंह ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित विपक्ष के अन्य नेताओं को ‘पकड़कर जेल में डालने' का दावा किया कि आरोप लगाया कि सरकार का मकसद ऐसे मामलों में न्याय दिलाना नहीं है। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से पेश किए बजट को सत्ताधारी दल के लोग क्रांतिक्रारी कह रहे हैं और ‘ढोल पीटकर' इसे विकसित भारत का बजट बता रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन सच्चाई यह है कि सरकार ने रक्षा बजट तक में कटौती करने का काम किया गया। इसे 9.6 प्रतिशत से घटाकर 9.43 प्रतिशत कर दिया गया है।''

सिंह ने कहा कि कृषि, स्वास्थ्य, परिवहन, पेंशन और ऊर्जा क्षेत्र के साथ ही वैज्ञानिक विभाग और जेल का भी बजट कम कर दिया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘जेल का बजट तो बढ़ा दीजिए। अभी हमको जेल में भेजे हो। कल तुमको जेल में आना है। जेल का बजट बढ़ा दो, जेल को ठीक कर दो। अगला नंबर तुम्हारा है। कम से कम जेल को तो ठीक कर दो।'' उस वक्त आसन पर मौजूद सभापति जगदीप धनखड़ ने सदन के नेता जे पी नड्डा से कहा कि संजय सिंह की अपील ‘बहुत मार्मिक' है और उन्हें इस पर गौर करना चाहिए क्योंकि इसकी एक ‘पृष्ठभूमि' भी है। नड्डा ने इस पर कहा, ‘‘इसका ध्यान रखा जाएगा अध्यक्ष महोदय।''

संजय सिंह ने जांच एजेंसियों के कथित दुरुपयोग का मुद्दा भी उठाया और आरोप लगाया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री को ‘पकड़कर जेल में डाल दिया' गया, जिनका रक्त में शुगर का स्तर स्तर 36 बार 50 से नीचे जा चुका है। उन्होंने आप नेताओं मनीष सिसौदिया और सत्येंद्र जैन और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, शिव सेना के संजय राउत को भ्रष्टाचार के विभिन्न मामलों में गिरफ्तरी का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा, ‘‘आपका मकसद न्याय दिलाना नहीं। आपका मकसद हमको जेल में रखना है। जितना जेल में डालोगे, उतने गर्त में जाओगे। जिसने भी यह राजनीति की है उसका समापन होगा। अभी 240 पर पहुंचे हो कल 24 पर और फिर दो पर पहुंचोगे।''

संजय सिंह ने बजट को ‘खोखला' करार दिया और कहा कि इसकी सच्चाई यह है कि इसके जरिए हर वर्ग को ‘चोट पहुंचाने' और चंद पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने का काम किया गया है। उन्होंने कहा कि 14 देश के प्रधानमंत्रियों ने जितना कर्जा लिया, उससे दोगुना कर अकेले भारत की सरकार ने लिया है। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘आपने देश को कर्ज में डूबने का काम किया है।'' सिंह ने कहा कि बजट से बेरोजगारों को उम्मीद थी लेकिन सरकार ने उन्हें भी निराश किया।

भाजपा द्वारा हर साल दो करोड़ नौकरी देने के वादे का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘अब एक ही योजना बाकी रह गई है। हमारे भारत की सरकार अगली योजना लेकर आएगी कि इस देश के नौजवानों को मुफ्त में 5 करोड़ कटोरा बांटा जाएगा। भीख मांगो योजना लाने का काम करेंगे।'' सिंह ने उत्तर प्रदेश में कांवड़ मार्ग पर भोजनालयों के लिए जारी दिशानिर्देश का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार को ‘नेम प्लेट' ही लगाना है तो उन पूंजीपतियों पर लगाए जो देश के करोड़ों रुपये लूटकर भाग गए हैं। उन्होंने बजट में राज्यों के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया और कहा कि सरकार ने दिल्ली और पंजाब सहित कई विपक्ष शासित राज्यों के पैसे रोक रखे हैं।


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Content Writer

Yaspal

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