राघव चड्डा का आरोप, यमुना में हरियाणा के प्रदूषित पानी से दिल्ली की पानी सप्लाई हुई प्रभावित
punjabkesari.in Monday, Jul 27, 2020 - 10:56 AM (IST)
नई दिल्ली/डेस्क। यमुना के पानी में एक बार फिर से प्रदूषकों का स्तर बढ़ने लगा है। जिसके कारण दिल्ली में पानी की सप्लाई प्रभावित हो रही है। दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष राघव चड्ढा ने कहा है कि हरिणाया से यमुना के पानी में प्रदूषक डाले जाने के कारण दिल्ली की जल आपूर्ती प्रभालवित हो रही है।
Due to increase in pollutants (amonia levels) in raw water discharged from Haryana, the water supply will be affected in parts of West Delhi, North Delhi, Central Delhi & South Delhi.
— Raghav Chadha (@raghav_chadha) July 27, 2020
We endeavour to restore normal water supply ASAP. Please use water judiciously.
राघव चड्ढा ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा है कि हरियाणा से निकलने वाले कच्चे पानी में प्रदूषकों (अमोनिया का स्तर) में वृद्धि के कारण, पश्चिमी दिल्ली, उत्तरी दिल्ली, मध्य दिल्ली और दक्षिणी दिल्ली के कुछ हिस्सों में पानी की आपूर्ति प्रभावित होगी। हम सामान्य जल आपूर्ति को जल्द से जल्द बहाल करने का प्रयास करते हैं। कृपया पानी का उपयोग विवेकपूर्ण तरीके से करें।
सत्येंद्र जैन ने दूषित पानी को लेकर कही थी ये बात
इससे पहले दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा था कि गंदा पानी और औद्योगिक कचरा हरियाणा के बादशाहपुर और उत्तर प्रदेश के साहिबाबाद से यमुना नदी में आता है। हम अगले 3-4 वर्षों में नदी की सफाई के लिए प्रतिबद्ध हैं। दिल्ली में प्रदूषण फैलाने वाली फैक्ट्री होने पर कड़ी कार्रवाई होगी।
बता दें कि वजीराबाद स्थित यमुना नदी में प्रदूषण स्तर अधिक मात्रा में बढ़ जाने के कारण वजीराबाद चंद्रावल व दक्षिण दिल्ली स्थित ओखला वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट में पेयजल उत्पादन प्रभावित हो गया है। इस कारण राजधानी के कई इलाकों में पेयजल संकट उत्पन्न हो गया है।
बैराज में अचानक आया उच्च स्तर का प्रदूषित पानी
दिल्ली जल बोर्ड के अनुसार यमुना नदी का कच्चा पानी वजीराबाद बैराज में लाया जाता है। इसी बैराज से यमुना का पानी उपचार के लिए उपरोक्त तीनों जल संयंत्र में पहुंचता है। जहां पानी को छानकर पीने लायक बनाया जाता है। अचानक उच्च स्तर का प्रदूषित पानी बैराज में आ गया है। नतीजतन संयंत्रों में उत्पादन ना के बराबर होने लगा है। यमुना में प्रदूषण की समस्या अमोनिया के कारण होती है। जिसके बाद साफ पानी का उत्पादन नहीं हो पाता।