विंग कमांडर पुष्कल विजय द्विवेदी ने रक्षा मंत्री से की मुलाकात, कल्कि सेना के सहयोग का दिया आश्वासन
punjabkesari.in Thursday, Apr 17, 2025 - 10:17 AM (IST)

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। भारतीय वायुसेना के सेवानिवृत्त अधिकारी और भारतीय शिक्षा अनुसंधान परिषद (BSAP) के महानिदेशक विंग कमांडर पुष्कल विजय द्विवेदी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से उनके आधिकारिक आवास पर मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कल्कि सेना की ओर से भारतीय सशस्त्र बलों, अर्धसैनिक बलों और पुलिस बलों को नि:स्वार्थ सेवा का आश्वासन पत्र सौंपा। उन्होंने कहा, “जैसे ही भारत सरकार का आह्वान होगा, हमारे कल्कि योद्धा बिना किसी शर्त और देरी के सेवा के लिए तैयार रहेंगे” ।
इस बैठक में विंग कमांडर द्विवेदी ने ‘आत्मरक्षा विज्ञान’ नामक शैक्षणिक विषय की जानकारी दी, जिसे भारतीय शिक्षा बोर्ड (BSB) के अंतर्गत कक्षा 1 से 12 तक के छात्रों के लिए तैयार किया गया है। इस पाठ्यक्रम में प्राथमिक स्तर पर सुरक्षा जागरूकता, ‘गुड टच-बैड टच’, आत्म-विश्वास से बोलना और स्थितियों के अनुसार प्रतिक्रिया देना सिखाया जाता है। मध्य विद्यालय में शारीरिक फिटनेस, मानसिक सतर्कता, योग, रक्षा पोषण और नैतिक मूल्यों को शामिल किया गया है। उच्च कक्षाओं में ‘राष्ट्र रक्षा विज्ञान’ के अंतर्गत रणनीतिक चिंतन, आपातकालीन प्राथमिक उपचार, रक्षा मंत्रालय/सशस्त्र बलों की संरचना, रक्षा तकनीक में नवीनतम प्रगति, खतरों की समझ, कानूनी जागरूकता, नागरिक सुरक्षा और आपात स्थितियों में नागरिक समन्वय जैसे विषय पढ़ाए जाते हैं ।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह विषय युवाओं को शारीरिक और मानसिक रूप से सक्षम बनाने के साथ-साथ उन्हें देशभक्त, जिम्मेदार और शक्तिशाली नागरिक भी बनाएगा। उन्होंने ‘आत्मरक्षा विज्ञान’ को राष्ट्रीय पाठ्यक्रम में एक महत्वपूर्ण समावेश बताया।
विंग कमांडर द्विवेदी ने भारत की बदलती रक्षा रणनीति और पूर्व सैनिकों के कल्याण से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा की। उन्होंने नीतियों के क्रियान्वयन और राष्ट्रीय तैयारी में सेवानिवृत्त रक्षा कर्मियों की गहन भागीदारी की आवश्यकता पर जोर दिया। इस बैठक में BSAP के निदेशक श्री गौरव पांडे, BSB के श्री राजनीश सिन्हा, कल्कि सेना के श्री मणिकांत, पीआरओ आनंद प्रताप सिंह, महासचिव वेद प्रकाश द्विवेदी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
विंग कमांडर पुष्कल विजय द्विवेदी न केवल एक उत्कृष्ट सैन्य अधिकारी रहे हैं, बल्कि एक बहुआयामी विद्वान और समाजसेवी भी हैं। उन्होंने पत्रकारिता से अपने करियर की शुरुआत की और फिर भारतीय वायुसेना में अधिकारी बनकर देश की रक्षा में योगदान दिया। सेवानिवृत्ति के बाद वे राष्ट्र रक्षा शिक्षा और युवा सशक्तिकरण के क्षेत्र में सक्रिय हुए और भारतीय शिक्षा अनुसंधान परिषद (BSAP) के महानिदेशक नियुक्त हुए। उनकी नियुक्ति संयुक्त राष्ट्र संघ GHRT में बतौर विशेष सचिव भी हुई है। उन्होंने एक राजनीतिक पार्टी भी खड़ी की थी जिसका विलय पिछले वर्ष भाजपा में कर दिया गया था। कल्कि सेना, विजय कोड, प्रिज्म मनोविज्ञान सिस्टम, आत्मरक्षा विज्ञान, राष्ट्र रक्षा पाठ्यक्रम, और नैतिक मूल्यों पर आधारित शिक्षा में उनके योगदान ने देश भर में नई दिशा और चेतना का संचार किया है।