Make In India: HAL को लडाकू विमान एलसीए तेजस एमके1ए के लिए पहली विंग असेंबली L&T ने की सप्लाई
punjabkesari.in Saturday, Jul 19, 2025 - 07:27 PM (IST)

नेशनल डेस्क: भारत की वायु रक्षा तैयारियों को और मजबूत करते हुए, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) को रक्षा क्षेत्र की प्रमुख निजी कंपनी लार्सन एंड टुब्रो (एलएंडटी) से हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए) तेजस एमके1ए के लिए विंग असेंबली का पहला सेट प्राप्त हुआ है। एलएंडटी वर्ष भर में चार विंग सेट की आपूर्ति के लिए तैयार है और उन्नत असेंबली तकनीकों व स्वचालन के माध्यम से उत्पादन बढ़ाकर इसे 12 सेट प्रति वर्ष तक ले जाने की योजना बना रही है। प्राप्त विंग असेंबली LCA Mk1A लड़ाकू विमानों का अहम घटक है, जो भारतीय वायु सेना की रक्षा क्षमताओं को और मजबूत करने के लिए विकसित किया जा रहा है।
एलसीए एमके1ए क्या है?
एलसीए एमके1ए तेजस विमान का उन्नत संस्करण है, जिसे पूरी तरह भारत में डिज़ाइन, विकसित और निर्मित किया गया है। यह विमान भारतीय वायु सेना की लड़ाकू क्षमता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। एचएएल इस विमान के एकीकरण और संयोजन की जिम्मेदारी निभा रहा है।
यह कार्यक्रम भारत के आत्मनिर्भर रक्षा पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिससे देश की रक्षा क्षेत्र में अन्य देशों पर निर्भरता कम हो सके। पीआईबी की विज्ञप्ति के अनुसार, विंग असेंबली का निर्माण उच्च परिशुद्धता के साथ किया गया है, जो एलएंडटी की मजबूत इंजीनियरिंग और उत्पादन क्षमताओं का परिचायक है।
एचएएल भारतीय निर्माताओं से प्रमुख घटक प्राप्त करता है
रक्षा मंत्रालय ने फरवरी 2021 में भारतीय वायु सेना के लिए 83 तेजस एमके1ए विमानों की खरीद के लिए एचएएल के साथ 48,000 करोड़ रुपये का सौदा किया था। एलसीए तेजस डिवीजन को अब तक विभिन्न भारतीय निर्माताओं से कई महत्वपूर्ण घटक प्राप्त हो चुके हैं, जिनमें एयर इनटेक असेंबली (लक्ष्मी मशीन वर्क्स), रियर फ्यूजलेज असेंबली (अल्फा टोकोल), लूम असेंबली (एम्फेनॉल), फिन और रडर असेंबली (टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स), सेंटर फ्यूजलेज असेंबली (वीईएम टेक्नोलॉजीज) और विंग असेंबली (लार्सन एंड टुब्रो) शामिल हैं।
स्वदेशी एयरोस्पेस विनिर्माण को बढ़ावा
यह सफल डिलीवरी एयरोस्पेस और रक्षा क्षेत्र में एचएएल और एलएंडटी के बीच बढ़ते सहयोग को दर्शाती है और ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम के तहत देश के रक्षा विनिर्माण को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक अहम कदम है। एचएएल के CMD डॉ. डीके सुनील ने कहा, "एचएएल एयरोस्पेस और रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करने के लिए बड़े और छोटे दोनों प्रकार के आपूर्तिकर्ताओं के साथ काम कर रहा है। हमने निजी क्षेत्र में समानांतर विमान संरचनात्मक असेंबली लाइन का सफल निर्माण किया है, जो एलसीए तेजस कार्यक्रम की उत्पादन क्षमता बढ़ाने में मदद करेगा।"