Online Gaming पर लगाम से क्या IPL की कमाई पर गिरेगी गाज? डूब जाएगा 9830000000 रुपये का क्रिकेट बाजार! जानें
punjabkesari.in Thursday, Aug 21, 2025 - 01:57 PM (IST)

नेशनल डेस्क: लोकसभा में हाल ही में पारित हुए 'प्रमोशन एंड रेगुलेशन ऑफ ऑनलाइन गेमिंग बिल' ने भारतीय ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री में हलचल मचा दी है। इस बिल का मुख्य उद्देश्य असली पैसे वाले गेम्स और सट्टेबाजी वाले ऐप्स पर पूरी तरह से रोक लगाना है, जिससे इस सेक्टर के भविष्य पर सवाल खड़े हो गए हैं।
रियल मनी गेमिंग पर लगाम
यह नया कानून ऑनलाइन रियल मनी गेमिंग (RMG) प्लेटफॉर्म्स को खत्म कर सकता है, जो भारत में खासकर क्रिकेट के क्षेत्र में काफी लोकप्रिय हैं। ई-स्पोर्ट्स और सोशल गेम्स पर कोई रोक नहीं लगाई गई है, बशर्ते उनमें किसी भी तरह का पैसों का लेन-देन न हो। सरकार का कहना है कि इस बिल का मकसद डिजिटल गेमिंग सेक्टर के लिए एक कानूनी ढाँचा तैयार करना और युवाओं की सुरक्षा व मानसिक स्वास्थ्य को सुनिश्चित करना है।
खेल जगत पर असर
इस बिल का असर भारतीय क्रिकेट और उससे जुड़ी लीगों पर भी पड़ सकता है। स्पोर्ट्स जगत के विशेषज्ञों ने इसके परिणामों को लेकर अपनी चिंता जताई है। IPL का आधिकारिक फैंटसी स्पोर्ट्स पार्टनर 'Dream11' है, जिसने भारतीय क्रिकेट टीम की टाइटल स्पॉन्सरशिप भी लगभग 358 करोड़ रुपये में ली थी। 'My 11 Circle' ने 5 साल के लिए IPL के फैंटसी गेमिंग अधिकार 628 करोड़ रुपये में खरीदे हैं। इस बिल के लागू होने के बाद इन कंपनियों और भारतीय क्रिकेट के बीच के स्पॉन्सरशिप कॉन्ट्रैक्ट्स पर असर पड़ सकता है। इसके अलावा कई मशहूर क्रिकेटर्स ने भी गेमिंग प्लेटफॉर्म्स के साथ व्यक्तिगत करार किए हुए हैं, जिन पर भी इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
सट्टेबाजी और विज्ञापन पर कानूनी शिकंजा
यह बिल विज्ञापन को लेकर भी कड़े सवाल उठाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि क्या रियल मनी गेमिंग ऐप्स का विज्ञापन जारी रखना संभव होगा? अगर किसी खिलाड़ी को विज्ञापन के लिए पैसे दिए जाते हैं, जबकि वह ऐप असली पैसों का इस्तेमाल करने की अनुमति देता है, तो विज्ञापन के लिए दी गई राशि का क्या होगा?
कानून तोड़ने वालों के लिए कड़े दंड का प्रावधान है। यदि कोई ऑनलाइन मनी गेमिंग की पेशकश करता है या उसे बढ़ावा देता है, तो उसे 3 साल तक की जेल या 1 करोड़ रुपये तक का जुर्माना हो सकता है।