किसान आंदोलनः टोरंटो बनेगा खालिस्तान ! सोशल मीडिया पर #TorontoWillBeKhalistan कर रहा ट्रेंड (Video)

punjabkesari.in Tuesday, Dec 08, 2020 - 06:01 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो भारत के किसान आंदोलन पर बयानबाजी कर बुरी तरह से घिर गए हैं। नई दिल्ली की समझाइश के बावजूद उन्होंने किसान आंदोलन को लेकर दोबारा बयानबाजी की जिससे साफ है कि ट्रूडो शायद किसी दबाव में इस मुद्दे को अंतराष्ट्रीय स्तर पर हवा देने में लगे हैं।

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माना जा रहा है कि ट्रूडो पर खालिस्तान समर्थकों का दबाव है और इसी कारण वह भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों से ज्यादा बयानबाजी को तरजीह दे रहे हैं। भारत के कुछ लोग जहां किसान आंदोलन पर ट्रूडो के समर्थन को सही मान रहे हैं वहीं एक वर्ग उनके खिलाफ उतर आया है और सोशल मीडिया जमकर भड़ास निकाल रहा है। ट्रूडो के खिलाफ ट्विटर पर #TorontoWillBeKhalistan ट्रेंड कर रहा है।

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एक यूजर ने भड़ास निकालते हुए लिखा हम इंडियंस आपकी भावना को समझते हैं और उनका सम्मान करते हैं इसलिए चलो टोरंटो को खालिस्तान के रूप में परिवर्तित करें "जगजीत सिंह चैहान" सबसे खुश होंगे और आपको आशीर्वाद देंगे । एक यूजर ने प्रदर्शन के खाली पंडाल की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा किसान आंदोलन लेकिन किसान खेतों में हैं और मैदान में अकेला बैठा शख्स शायद ट्रूडो है।

 

एक यूजर ने लिखा @JustinTrudeau  खालिस्तान को स्पोर्ट जारी रखो। वह दिन दूर नहीं जब आपकी इच्छा पूरी होगी और टोरंटो खालिस्तान बन जाएगा। बता दें कि पहले जब उन्होंने किसान आंदोलन पर टिप्पणी की थी तो भारत ने कड़ा ऐतराज जताते हुए कहा था कि आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

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 मीडिया रिपोर्ट की माने तो  कनाडा में बड़ी संख्या में  भारतीय रहते हैं, खासकर पंजाबियों की तादाद सबसे ज्यादा है।  ऐसे में पंजाबी समुदाय को खुश करके अपना वोट बैंक बनाये रखने की चाहत में जस्टिन ट्रूडो किसान आंदोलन के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं। मालूम हो कि किसान आंदोलन में पंजाब के किसान ही सबसे ज्यादा संख्या में शामिल हैं। 

 

#TorontoWillBeKhalistan 😂and @JustinTrudeau you are the new PM of Khalistan https://t.co/TksnLSKaKN

— NETAJI 🚩 (@Beahindustani1A) December 8, 2020

 वैसे, ये कोई पहला मामला नहीं है। इससे पूर्व भी कनाडा के प्रधानमंत्री कई बार भारत को नाराज कर चुके हैं । 2017 में, वह खालसा डे परेड में मौजूद थे।  2018 में जब वह अपनी सप्ताह भर की भारत यात्रा पर आये थे, तो एक स्वागत समारोह में खालिस्तानी आतंकवादी जसपाल अटवाल की मौजूदगी को लेकर भी काफी बवाल मचा था।  


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Tanuja

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