पंजाब में 1988 का रिकॉर्ड टूटा! 13,000 गांव क्यों डूबे? वजह जानकर हैरान रह जाएंगे आप
punjabkesari.in Wednesday, Sep 03, 2025 - 12:18 PM (IST)

नेशनल डेस्क: पंजाब राज्य इस बार हुई भारी बारिश के चलते बाढ़ की मार को झेल रहा है। बाढ़ से राज्य में भयंकर तबाही हुई। ऐसा माना जा रहा है कि इस साल के हालातों ने 1988 की तबाही के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। अब तक पंजाब के 13 हज़ार से ज्यादा गांव डूब गए हैं, जबकि लाखों की तादात में लोग बेघर हुए हैं। इसके अलावा किसानों की फसल बर्बाद हो गई है।
बाढ़ का आगाज और बारिश की मार
हिमाचल प्रदेश और के ऊपरी इलाकों में लागातार बारिश के चलते अगस्त में बाढ़ आई थी। इससे सतलुज, ब्यास और रावी जैसी नदियां उफान पर आ गईं। वहीं पोंग डैम, भाखड़ा डैम और रंजीत सागर डैमों में भी पानी की मात्रा काफी बढ़ जिससे सारा पानी निचले इलाकों में छोड़ना पड़ा जो बाढ़ की वजह बना।
आखिर क्या है बाढ़ की असली वजह?
अगर नुक्सान की बात करें तो बारिश की वजह से लगभग 70% और डैमों से छोड़े गए पानी की वजह से 30% नुकसान हुआ है।
बाढ़ की असल वजह क्या है?
विशेषज्ञों का कहना है कि बाढ़ सिर्फ कुदरती वजहों से नहीं आती, बल्कि इसमें इंसानी लापरवाही भी एक बड़ी भूमिका निभाती है। आइए जानते हैं क्या हैं वे गलतियां:
- नदियों की सफाई में लापरवाही: पंजाब में सालों से नालों और नहरों की ठीक से सफाई नहीं हुई है। नदियों के तल में मिट्टी और गाद (silt) जम गई है, जिससे पानी का बहाव रुक जाता है और नदियां उफान पर आ जाती हैं।
- जर्जर बांध और तटबंध: कई बांध और तटबंध पुरानी हालत में हैं और उनकी मरम्मत समय पर नहीं की गई है। कमजोर तटबंध टूटने से निचले इलाकों में बाढ़ आ जाती है।
- अवैध गतिविधियां: नदियों से अवैध तरीके से रेत निकालने (खनन) और जंगलों की कटाई से भी बाढ़ का खतरा बढ़ जाता है।
- अनियंत्रित निर्माण: नदी के किनारों पर बिना सोचे-समझे किए गए निर्माण, जैसे खेती, सड़कें और रेलवे ट्रैक, पानी के प्राकृतिक रास्ते को रोक देते हैं।
- खराब जल निकासी व्यवस्था: इन सब वजहों से जल निकासी की व्यवस्था कमजोर हो जाती है, जिससे बारिश का पानी दिनों तक जमा रहता है और गाँव-शहर डूब जाते हैं।
अगर इन सब चीजों का सही तरीके से ध्यान रखा गया होता, तो शायद आज यह हालत न होती। जलवायु परिवर्तन के कारण अब बारिश का पैटर्न भी बदल गया है, जिससे अचानक और बहुत ज्यादा बारिश होती है, और स्थिति और भी खराब हो जाती है।