कौन है दुनिया का सबसे भ्रष्ट देश... 180 देशों की लिस्ट हुई जारी, जानें किस नंबर पर है भारत
punjabkesari.in Wednesday, Jan 31, 2024 - 02:13 PM (IST)

नेशनल डेस्क: ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल की एक रिपोर्ट के अनुसार, 2023 के लिए भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक में भारत 180 देशों में 93वें स्थान पर है और इसका समग्र स्कोर काफी हद तक अपरिवर्तित रहा है। सूचकांक में विशेषज्ञों और उद्योग क्षेत्र के लोगों के अनुसार 180 देशों और क्षेत्रों को सार्वजनिक क्षेत्र में भ्रष्टाचार के स्तर पर रखा जाता है। इसमें 0 से 100 तक मानदंड रखा गया है जिसमें 0 अत्यंत भ्रष्ट के लिए और 100 पूरी तरह स्वच्छ छवि के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
भारत का समग्र स्कोर 2023 में 39 था, वहीं 2022 में यह 40 था। 2022 में भारत का रैंक 85 था। रिपोर्ट में कहा गया, ‘‘भारत (39) के स्कोर में उतार-चढ़ाव इतना छोटा है कि किसी भी महत्वपूर्ण बदलाव पर कोई ठोस निष्कर्ष नहीं निकाला जा सकता है। हालांकि, चुनावों से पहले, भारत में नागरिकों के लिए स्थान सिकुड़ता देखा जा रहा है जिसमें एक (दूरसंचार) विधेयक का पारित होना भी शामिल है जो मौलिक अधिकारों के लिए ‘गंभीर खतरा’ हो सकता है।’’
जानें पड़ोसी देशों का हाल
इसमें कहा गया है कि दक्षिण एशिया में पाकिस्तान 133वें नंबर पर है जबकि श्रीलंका 115वें नंबर पर है जिसका अर्थ यह है कि यहां भारत से ज्यादा भ्रष्टाचार है। दोनों देश अपने कर्ज के बोझ तले दबे हुए हैं और राजनीतिक अस्थिरता से जूझ रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया, ‘‘हालांकि, दोनों देशों में मजबूत न्यायिक निगरानी है, जो सरकार को नियंत्रण में रखने में मदद कर रही है। पाकिस्तान के उच्चतम न्यायालय ने अपने संविधान के अनुच्छेद 19ए के तहत अधिकार का पहले से प्रतिबंधित संस्थानों तक विस्तार करके नागरिकों के सूचना के अधिकार को मजबूत किया है।’’
चीन इस लिस्ट में 76वें स्थान पर
रिपोर्ट के अनुसार, बांग्लादेश 149वें नंबर पर है और अल्प विकसित देश (एलसीडी) के स्तर से ऊपर उठा है और आर्थिक विकास से वहां गरीबी में लगातार कमी आ रही है और जीवनशैली में सुधार हो रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन इस लिस्ट में 76वें स्थान पर है। चीन ने पिछले दशक में भ्रष्टाचार के लिए 37 लाख से अधिक सार्वजनिक अधिकारियों को दंडित करके अपनी आक्रामक भ्रष्टाचार विरोधी कार्रवाई से सुर्खियां बटोरीं। इसमें कहा गया है कि इन मामलों के गहन अध्ययन से पता चला है कि सरकारी अधिकारी अपनी आय बढ़ाने के एक तरीके के रूप में अक्सर भ्रष्टाचार का सहारा लेते हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि एशिया प्रशांत क्षेत्र 2024 में एक बड़े चुनावी वर्ष का सामना कर रहा है, जिसमें बांग्लादेश, भारत, इंडोनेशिया, पाकिस्तान, सोलोमन द्वीप, दक्षिण कोरिया और ताइवान में चुनाव होंगे। भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक (सीपीआई) में कहा गया है कि एक और वर्ष ऐसा होगा जिसमें भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने की दिशा में कोई सार्थक प्रगति नहीं होगी।
जानें सबसे कम भ्रष्ट देश कौन से हैं?
ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल की रिपोर्ट में डेनमार्क को सबसे कम भ्रष्ट देश बताया गया है। डेनमार्क ने सबसे ज्यादा 100 में से 90 अंक हासिल किए हैं। यह लगातार छठा साल है जब डेनमार्क शीर्ष स्थान पर काबिज है। इसके बाद फिनलैंड 87 स्कोर के साथ दूसरे और न्यूजीलैंड 85 स्कोर के साथ तीसरे नंबर पर है। इस साल शीर्ष 10 देशों में नॉर्वे (84), सिंगापुर (83), स्वीडन (82), स्विट्जरलैंड (82), नीदरलैंड (79), जर्मनी (78), और लक्जमबर्ग (78) शामिल हैं।
सबसे भ्रष्ट देशों की सूची
दुनिया में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार सोमालिया में है और यह देश लिस्ट में 180वें पायदान पर है। इस लिस्ट में सबसे निचले स्थान पर सोमालिया (11), वेनेजुएला (13), सीरिया (13), दक्षिण सूडान (13), और यमन (16) दुनिया के सबसे भ्रष्ट देशों में शामिल हैं। निकारागुआ (17), उत्तर कोरिया (17), हैती (17), इक्वेटोरियल गिनी (17), तुर्कमेनिस्तान (18), और लीबिया (18) में भी भ्रष्टाचार चरम पर है।