"आप" विधायकों के बाद अब पार्षदों ने भी कहा, "जहां रहेंगे सीएम केजरीवाल, वहीं से चलेगी दिल्ली सरकार
punjabkesari.in Wednesday, Nov 08, 2023 - 12:08 AM (IST)

नेशनल डेस्कः आम आदमी पार्टी के विधायकों के बाद पार्षदों ने भी सीएम अरविंद केजरीवाल से अपील की है कि अगर मोदी सरकार की ईडी उन्हें गिरफ्तार करती है तो वो जेल से सरकार चलाएं। पार्षदों का कहना है कि भाजपा साजिश के तहत आम आदमी पार्टी के सभी बड़े नेताओं को गिरफ्तार करा चुकी है। अब भाजपा की साजिश है कि सीएम अरविंद केजरीवाल को ईडी गिरफ्तार करे और फिर वो सीएम पद से इस्तीफा दे दें। इस तरह, बड़ी आसानी से आम आदमी पार्टी को खत्म किया जा सकता है। इस संबंध में एमसीडी में "आप" प्रभारी दुर्गेश पाठक ने कहा कि सभी पार्षदों ने बैठक में सीएम से निवेदन किया है कि वो इस्तीफा देने के संबंध में सोचेंगे भी नहीं। अगर मोदी सरकार की ईडी उन्हें गिरफ्तार करने की हिम्मत करती है तो उन्हें जेल से सरकार चलानी है। इसके साथ ही पूरे देश के अंदर जन संवाद कर लोगों के विचार को जाना जाएगा कि क्या दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को इस्तीफा देना चाहिए या जेल से सरकार चलानी चाहिए?
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ईडी के समन को लेकर पार्टी के पार्षदों के साथ मंगलवार को अहम बैठक की। बैठक की जानकारी मीडिया से साझा करते हुए करते हुए पार्टी के एमसीडी प्रभारी और विधायक दुर्गेश पाठक ने कहा कि फर्जी केस बनाकर आम आदमी पार्टी के सभी बड़े नेताओं को एक-एक करके अरेस्ट किया जा रहा है। दिल्ली के मुख्यमंत्री सीएम अरविंद केजरीवाल को भी कुछ दिन पहले नोटिस भेजा गया। इससे जुड़े मामले में जब मनीष सिसोदिया की बेल की सुनवाई चल रही थी तो जज ने कई बार पूछा कि 'इसमें सबूत क्या है? इसमें पैसे कहां हैं? ट्रायल कोर्ट में आपका केस 2 मिनट भी नहीं टिक पाएगा'।
उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी को पता है कि आम आदमी पार्टी से भाजपा चुनाव में नहीं जीत सकती हैं। दिल्ली के अंदर भाजपा को हमने 2013, 2015, 2020 के विधानसभा और 2022 के एमसीडी चुनाव में भी हराया है। पंजाब में आम आदमी पार्टी ने प्रचंड जीत हासिल कर सरकार बनाई। जहां आम आदमी पार्टी जा रही है, वहां कहीं ना कहीं पूरी तरह से बीजेपी को नेस्तनाबूत कर दे रही है। हम मध्य प्रदेश के अंदर चुनाव जीत रहे हैं। ऐसे में इन्होंने षड्यंत्र रचा कि अब सिर्फ और सिर्फ एक ही रास्ता है कि आम आदमी पार्टी के नेताओं को जेल में डाला जाए और उन्हें बाहर न आने दिया जाए।
विधायक दुर्गेश पाठक ने कहा कि अब इनकी पूरी साजिश है कि किसी तरह से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जेल के अंदर डाला जाए। जब वह जेल चले जाएंगे तो इस्तीफा दे देंगे। इसके बाद भाजपा आम आदमी पार्टी को तहस-नहस करना चाहती हैं और आम आदमी पार्टी के लोगों को तोड़ना चाहती हैं, जैसे कि पहले कोशिश की गई। उनकी पूरी की पूरी एक साजिश है। यह प्लान पिछले एक-डेढ़ साल से बनाया जा रहा था कि किस तरह से पहले सत्येंद्र जैन, फिर मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार किया जाए। इसके बाद संजय सिंह और आखिर में सीएम अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया जाए। इनका एक ही मकसद है कि जब सारे लोग जेल चले जाएंगे तो वो इस्तीफा दे देंगे। ऐसे में आम आदमी पार्टी को तोड़ देना बहुत आसान रहेगा।
उन्होंने कहा कि विधानसभा में कल विधायक दल की बैठक हुई थी। सभी विधायकों ने सीएम अरविंद केजरीवाल से कहा था कि आपको इस्तीफा नहीं देना है। हम जेल से सरकार चलाएंगे। दिल्ली के सभी पार्षदों की सीएम अरविंद केजरीवाल के साथ आज बैठक हुई। बैठक में सभी पार्षदों ने एक स्वर में सीएम से विनती की है कि आप इस्तीफा देने के संबंध में सोचेंगे भी नहीं। अगर पीएम नरेंद्र मोदी की हिम्मत होती है और वो अरेस्ट कराते हैं तो आपको जेल से सरकार चलानी है। हमें उनके मकसद को कामयाब नहीं होने देना है।
'आप' एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने कहा कि सीएम अरविंद केजरीवाल ने सभी पार्षदों की बातें सुनी। हमें आश्वासन दिया कि इस पर वो विचार करेंगे। सीएम ने बैठक में बताया कि पंजाब और देश भर के "आप" संगठन के लोगों से भी वो चर्चा करेंगे। इसके बाद इस संबंध में फैसला लेंगे। इसके साथ ही आज की बैठक में कुछ अन्य फैसले लिए गए कि देश और दिल्ली के अंदर रेफरेंडम चलाया जाएगा। लोगों से जन संवाद किया जाएगा कि और उनके विचार को जाना जाएगा कि क्या दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को इस्तीफा देना चाहिए या तिहाड़ से सरकार चलानी चाहिए। आम आदमी पार्टी के पार्षद और विधायक देशभर में अभियान चलाकर लोगों की राय लेंगे।
उन्होंने कहा कि जब 2013 में 49 दिन की सरकार बनी थी तो एक जलजला आ गया था। लोगों ने सुशासन देखा था कि किस तरह से एक सरकार चलाई जा सकती है। अगर सीएम अरविंद केजरीवाल को जेल में डाला जाता है तो उसी तरह से सरकार चलेगी जैसी 49 दिनों के अंदर चली थी। पूरे देश में लोगों के विचारों को जाना जाएगा।