यमुना की सफाई में कहां अटका रोड़ा?, अधिकारियों ने LG को बताईं यह वजह
punjabkesari.in Tuesday, Mar 14, 2023 - 06:51 PM (IST)

नई दिल्लीः दिल्ली में करीब 200 किलोमीटर लंबे सीवर लाइन नेटवर्क से उचित तरीके से गाद निकालना यमुना की सफाई में सबसे बड़ी चुनौती बना हुआ है। अधिकारियों ने मंगलवार को एक उच्च स्तरीय समिति की बैठक में उपराज्यपाल वी के सक्सेना को यह जानकारी दी। सक्सेना ने यमुना के कायाकल्प के लिए राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) द्वारा गठित उच्च स्तरीय समिति की तीसरी बैठक की अध्यक्षता की। एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि बहरहाल, 30 जून तक ठोस उपलब्धियां हासिल करने का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए विभिन्न मोर्चों पर समयबद्ध तरीके से काम किया गया है, लेकिन 200 किलोमीटर लंबी सीवर लाइन से गाद निकालना सबसे बड़ी ‘‘बाधा और चुनौती'' रही है। एनजीटी 30 जून को यमुना के कायाकल्प की दिशा में हुई प्रगति का जायजा लेगा।
बयान में कहा गया है, ‘‘दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) ने पिछले आठ से 10 साल में गाद निकालने का कोई काम नहीं किया। डीजेबी की पूर्ण निष्क्रियता और लापरवाही के कारण सीवर लाइन बंद हो गई थीं। सीवर लाइन 80 से 90 प्रतिशत तक बंद है और इसका कारण केवल मल जल नहीं, अपितु कंकड़ और नगरपालिका का ठोस अपशिष्ट भी है।'' इसमें कहा गया है कि जून तक 90.34 किलोमीटर सीवर लाइन साफ किए जाने का अनुमान है, जबकि शेष 110 किलोमीटर सितंबर तक साफ किए जाने की उम्मीद है। इसमें कहा गया है कि उपराज्यपाल ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे गाद निकालने का काम मिशन मोड पर करें और इसे निर्धारित समय सीमा में पूरा करें।
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