दिल्ली में बदला मौसम का मिजाज, तेज आंधी और बारिश से तापमान में भारी गिरावट

punjabkesari.in Saturday, May 03, 2025 - 11:18 AM (IST)

नेशनल डेस्क. दिल्ली में शुक्रवार को आए भयंकर तूफान और भारी बारिश ने मौसम का मिजाज पूरी तरह से बदल दिया। यह मई के महीने में 100 साल से भी ज़्यादा समय में दूसरी सबसे ज़्यादा बारिश थी, जो 77 मिलीमीटर दर्ज की गई। इससे पहले मई 2021 में चक्रवात तौकते के कारण 119.3 मिलीमीटर बारिश हुई थी। इस अचानक बदले मौसम ने लोगों को हैरान कर दिया।

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बुधवार को हल्की बारिश का अनुमान जताया था और गुरुवार शाम को हल्के तूफान और शुक्रवार को हल्की बारिश या बूंदाबांदी की संभावना बताई थी, जिसमें हवा की रफ्तार 50 किलोमीटर प्रति घंटा रहने का अनुमान था। लेकिन शुक्रवार सुबह जो हुआ। वह सामान्य नहीं था। 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज़ हवाएं चलीं और भारी बारिश हुई, जिससे दिन भर मौसम ठंडा रहा।

IMD ने सुबह 5 बजे अपनी वेबसाइट पर पूर्वानुमान को रेड अलर्ट में बदल दिया, जिसमें भयंकर तूफान और भारी बारिश की चेतावनी दी गई थी। तब तक शहर के कई हिस्सों में तूफान पूरी ताकत से आ चुका था और तेज़ बारिश शुरू हो गई थी। शनिवार के लिए IMD ने येलो अलर्ट जारी किया है, जिसके अनुसार हल्की से मध्यम बारिश और 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज़ हवाएँ चलने का अनुमान है, क्योंकि पश्चिमी विक्षोभ दिल्ली-NCR को प्रभावित कर रहा है।

IMD के अनुसार, रविवार 4 मई से गुरुवार तक दिल्ली-NCR में रुक-रुक कर बूंदाबांदी होने की उम्मीद है, जिससे मई की शुरुआत में असामान्य रूप से ज़्यादा नमी रहेगी। IMD के महानिदेशक महापात्रा ने कहा कि उत्तर-पश्चिम भारत में आंधी-तूफान की चेतावनी 5 दिन पहले ही दे दी गई थी, लेकिन तूफानों की तेज़ी का अंदाज़ा लगाना मुश्किल होता है। दिल्ली में आंधी और तेज़ हवाओं का अनुमान तो था, लेकिन उनकी गति उम्मीद से थोड़ी ज़्यादा रही। प्री-मानसून में ऐसे तूफान अचानक आ सकते हैं।

पिछले हफ्ते पड़ी गर्मी के कारण वायुमंडल की स्थिति बदल गई थी। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी वाली हवाएं उठीं और पश्चिमी विक्षोभ ने उन्हें इस तरह से सक्रिय किया कि दिल्ली-NCR में तूफान आ गया। शुक्रवार को तूफान और बारिश के बाद दोपहर में धूप निकलने के बावजूद ठंडी हवाएं चलती रहीं। दिल्ली में अधिकतम तापमान 29.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 10 डिग्री कम था। गुरुवार को यह 38.6 डिग्री सेल्सियस था। न्यूनतम तापमान भी सामान्य से 6 डिग्री कम होकर 18.2 डिग्री सेल्सियस रहा।

शहर के कई इलाकों में मध्यम से भारी बारिश हुई। सफदरजंग में हवा की रफ्तार 80 किलोमीटर प्रति घंटा, प्रगति मैदान में 78 किलोमीटर प्रति घंटा और पालम में 74 किलोमीटर प्रति घंटा दर्ज की गई। प्राइवेट मौसम एजेंसी स्काईमेट के उपाध्यक्ष महेश पलावत का भी कहना है कि अगले 4 से 5 दिनों तक रुक-रुक कर बारिश होने की संभावना है।

तो, क्या दिल्ली में प्री-मानसून ने दस्तक दे दी है?

इस बारे में सीधे तौर पर इस लेख में कोई पुष्टि नहीं की गई है कि यह प्री-मानसून की दस्तक है या नहीं। हालांकि, IMD के महानिदेशक का यह कहना कि "प्री-मानसून में ऐसे तूफान अप्रत्याशित हो सकते हैं" और अगले कुछ दिनों तक रुक-रुक कर बारिश की संभावना को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि दिल्ली में प्री-मानसून की गतिविधियां शुरू हो गई हैं। शुक्रवार का भयंकर तूफान और बारिश इसी का एक हिस्सा हो सकता है, जिसने मौसम को अचानक बदल दिया है।


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Content Editor

Parminder Kaur

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