वायनाड में तबाही: बच्चे की लाश से लेकर मदद के लिए गिड़गड़ाते लोग, पीड़ितों की दर्दनाक आपबीती
punjabkesari.in Wednesday, Jul 31, 2024 - 02:29 PM (IST)
नेशनल डेस्क: नींद के आगोश ऐसे डुबे लोगों ने शायद कभी सोचा ही नहीं होगा कि बाहर हो रही बारिश उन पर कहर बरतपाने वाली है। कभी नहीं सोचा होगी की वे सुबह का सूरज कभी देख ही नहीं सकेंगे। मौत उन्हें लेने के लिए आ रही है। केरल के वायनाड जिले में हाल ही में एक भीषण प्राकृतिक आपदा ने चार गांवों को तबाह कर दिया। बारिश और भूस्खलन के चलते मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा गांवों में तबाही मच गई। सुबह होते-होते मूसलधार बारिश और भूस्खलन के कारण इन गांवों की सड़कें और घर पूरी तरह से जलमग्न हो गए। इस हादसे में अब तक 165 शवों की पहचान हो चुकी है और 200 से ज्यादा लोग लापता हैं। राहत शिविरों में 3000 से अधिक लोग आश्रय लिए हुए हैं।
VIDEO | Wayanad landslides: Survivors share their horrific experience.
District authorities in Kerala's landslide-struck Wayanad on Wednesday started collecting data to determine the number of people missing following the massive tragedy, as rescue operations resumed to trace… pic.twitter.com/OUujrQFgoy
— Press Trust of India (@PTI_News) July 31, 2024
मंजर देख, नहीं रुके आंसू
सामाजिक कार्यकर्ता जयप्रकाश नीलांबुर ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि जब उन्होंने आपदा के बाद का मंजर देखा, तो उनकी आंखों से आंसू नहीं रुक पाए। वे और उनकी टीम राहत और बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। भूस्खलन के बाद मुंडक्कई और चालियार नदियों ने अपना रास्ता बदल लिया, जिससे ये गांव पूरी तरह से डूब गए। चूरलमाला और पोथुकल्लू के बीच के घने जंगलों से बहकर आ रहे पानी ने कई लोगों को अपने साथ बहा लिया। उन्होंने बताया कि सुबह होते-होते मिट्टी और पानी सब बर्बाद कर चुके थे। जहां कभी घर-गलियां थे, गाड़ियां पार्क थी, वहां सिवाय पानी और मिट्टी के कुछ नजर नहीं आया। कहीं बच्चों, महिलाओं की लाशें थीं, तो कहीं किसी का धड़, किसी का सिर था। कहीं पेड़ से लटके लोग थे, जो हाथ जोड़ मदद के लिए गिड़गिड़ा रहे थे।
Our beautiful state under devastation Please pray for Wayanad safety 🙏
Please Repost it and follow us for flood updates in kerala pic.twitter.com/ygO44ge4jB
— Go Kerala (@Gokerala_) July 31, 2024
थोड़ी देर में ही वहां और शव भी मिले...
इसके अलावा नीलांबुर क्षेत्र में भूस्खलन के कारण केवल शव ही मिले। चालियार नदी वायनाड से होकर मलप्पुरम जाती है, जहां पानी का बहाव काफी तेज था। इसी कारण मलप्पुरम में भी बचाव कार्य की आवश्यकता पड़ी। बचाव दल ने कुनिप्पला इलाके में झाड़ियों में एक 3 साल के बच्चे के शव को पाया, और थोड़ी देर में ही वहां और शव भी मिले। नदी के 2 किलोमीटर के दायरे में ही 50 शव पाए गए, जिनमें से कुछ के शरीर के हिस्से गायब थे। लाशों के बीच एक शख्स मदद के लिए बिलख रहा था।
The disaster in wayanad is beyond words.
Imagine the devastation of losing your entire family, friends & relatives overnight. That's the reality for most people there. Two entire towns have been wiped out. Nothing is left. Just mud & rubble. Prayers🙏 #WayanadLandslide pic.twitter.com/XBuUXDZv3n
— Naresh Nambisan | നരേഷ് (@nareshbahrain) July 31, 2024
अन्य लोगों को बचाने में असमर्थ रहे
चूरलमाला में एक महिला दलदल में फंस गई थी। जब उसने देखा कि एयरफोर्स का हेलीकॉप्टर ऊपर से गुजर रहा है, तो उसने मदद के लिए चीखना शुरू कर दिया। जवानों ने उसे देखा और उसे बचाने के लिए नीचे आए। महिला ने हाथ जोड़कर उनसे कहा कि वह पानी में डूब जाएगी और उसके घर में भी लोग फंसे हैं। हालांकि, जवानों ने उसकी जान तो बचा ली, लेकिन उसके परिवार के अन्य सदस्यों को बचाने में असमर्थ रहे। इस आपदा ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया है और बचाव कार्य लगातार जारी है।