Premanand Maharaj: प्रेमानंद महाराज की यात्रा को लेकर माइक से हुई ये अनाउंसमेंट, फफक-फफक कर रो पड़े भक्त
punjabkesari.in Thursday, Apr 17, 2025 - 04:27 PM (IST)

नेशनल डेस्क: वृंदावन की शांत और भक्ति से लबालब गलियों में इन दिनों एक अलग ही सन्नाटा पसरा है। जहां रोज़ रात हजारों श्रद्धालु प्रेमानंद महाराज के दर्शन के लिए उमड़ते थे, वहां अब उनकी कुशलता की प्रार्थनाएं गूंज रही हैं। देश-विदेश में प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज की तबीयत पिछले कुछ दिनों से ठीक नहीं है। उनके अस्वस्थ होने के चलते, उनकी नियमित रात्रिकालीन पदयात्रा को स्थगित कर दिया गया है, जिससे उनके भक्तों में गहरी मायूसी देखने को मिल रही है।
बुधवार की आधी रात जब आश्रम के सेवादारों ने माइक पर घोषणा की कि “आज यात्रा नहीं निकलेगी,” तो भावुक भक्तों की आंखों से आंसू छलक पड़े। कोई हाथ जोड़कर बैठा दिखा, तो कोई भगवान से उनके जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करता नजर आया।
प्रेमानंद महाराज पिछले कुछ वर्षों से किडनी से जुड़ी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं। उन्हें हफ्ते में 4 से 5 बार डायलिसिस की जरूरत पड़ रही है, और इसी के चलते उनकी शारीरिक स्थिति इन दिनों और अधिक कमजोर हो गई है। आश्रम के अनुसार, फिलहाल वह वृंदावन की श्रीकृष्ण शरणम् सोसाइटी में अपने दो फ्लैट्स में रहते हैं-जहां एक फ्लैट को उनके इलाज के लिए मेडिकल यूनिट की तरह तैयार किया गया है।
हालांकि शारीरिक कमजोरी के बावजूद, प्रेमानंद महाराज ने भक्ति और साधना का क्रम नहीं तोड़ा है। वह रोज़ सुबह-कभी चार बजे, कभी छह बजे-कार से राधा केली कुंज आश्रम पहुंचते हैं, जहां वह राधारानी की आराधना करते हैं और भक्तों के सवालों का आध्यात्मिक समाधान भी देते हैं।
महाराज की एक झलक पाने को करीब 20,000 लोग वृंदावन पहुंचते हैं, वहीं पर्व-त्योहारों पर यह संख्या 3 लाख से भी अधिक हो जाती है। उनकी पदयात्रा आमतौर पर रोज़ रात को निकाली जाती थी, वह आश्रम से राधा केली कुंज तक करीब 2 किलोमीटर पैदल चलते है।