किन कारणों से आती है अकाल मृत्यु और क्या यह पहले से ही तय होती है? प्रेमानंद महाराज ने किया ये बड़ा खुलासा
punjabkesari.in Friday, Dec 26, 2025 - 01:48 PM (IST)
नेशनल डेस्क : अकाल मृत्यु उस स्थिति को कहा जाता है जब किसी व्यक्ति की मौत तय उम्र से पहले या अचानक हो जाती है। ज्योतिष और कई पुरानी मान्यताओं में इसे अशुभ ग्रहों, पितृ दोष, कालसर्प दोष या पुराने कर्मों से जोड़ा जाता है। राहु, केतु, शनि और मंगल के नकारात्मक प्रभाव को भी अकाल मृत्यु की वजह माना जाता है। इस कारण अकाल मृत्यु का नाम सुनते ही लोगों के मन में डर बैठ जाता है।
अकाल मृत्यु को लेकर मान्यताएं
लोगों का विश्वास है कि विशेष पूजा, व्रत और मंत्र जाप से अकाल मृत्यु को टाला जा सकता है। इस उद्देश्य से लोग महामृत्युंजय मंत्र का जाप करते हैं। इसके अलावा, शिव जी और हनुमान जी की पूजा, दान-पुण्य और धार्मिक कर्म करने से भी इसे टालने की कोशिश की जाती है।
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प्रेमानंद महाराज का दृष्टिकोण
एक व्यक्ति ने प्रेमानंद महाराज से पूछा कि क्या अकाल मृत्यु पहले से ही तय होती है। इस पर महाराज ने स्पष्ट किया कि अकाल मृत्यु पहले से तय नहीं होती। उनका कहना है कि जब कोई व्यक्ति बहुत बड़े पाप या महापाप करता है, तभी उसे अकाल मृत्यु का दंड मिलता है। चाहे व्यक्ति को इसका पता हो या न हो, गंभीर अपराध होने पर उसकी आयु कम हो जाती है। प्रेमानंद महाराज ने आगे कहा कि किसी व्यक्ति की आयु तब क्षीण होने लगती है जब वह महा-अपराध करता है। इस क्षीणता के कारण अकाल मृत्यु का योग बनता है और अंततः शरीर का त्याग हो जाता है।
