इस विटामिन की कमी से होता है चिड़चिड़ापन, बात-बात पर आता है गुस्सा?

punjabkesari.in Wednesday, Sep 24, 2025 - 08:24 AM (IST)

नेशनल डेस्क:  अगर आप या आपके आसपास कोई व्यक्ति बिना किसी वजह के अक्सर चिड़चिड़ा रहता है, छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा आता है या हर समय थकावट और बेचैनी महसूस करता है - तो इसे नजरअंदाज करना बड़ी गलती हो सकती है। ये केवल तनाव या थकान नहीं, बल्कि शरीर में जरूरी विटामिन्स की कमी का संकेत भी हो सकते हैं।

शरीर को स्वस्थ और बैलेंस्ड तरीके से काम करने के लिए अलग-अलग विटामिन्स और मिनरल्स की जरूरत होती है। इनमें से कुछ खास विटामिन्स मानसिक सेहत, मूड और भावनात्मक संतुलन को बनाए रखने में बेहद अहम भूमिका निभाते हैं। आइए जानते हैं कि आखिर कौन से विटामिन्स की कमी चिड़चिड़ापन और मूड स्विंग्स का कारण बन सकती है और इससे बचने के लिए आपको क्या करना चाहिए।

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चिड़चिड़ेपन की वजह बन सकते हैं ये विटामिन्स की कमी
1. विटामिन बी12 की कमी

विटामिन बी12 शरीर में नर्वस सिस्टम के फंक्शन और रेड ब्लड सेल्स के निर्माण में मदद करता है। इसकी कमी से मस्तिष्क को सही सिग्नल नहीं मिलते, जिससे व्यक्ति चिड़चिड़ा, बेचैन और मूड स्विंग्स का शिकार होने लगता है। कई मामलों में इसका सीधा संबंध डिप्रेशन से भी जुड़ता है।

2. विटामिन डी की कमी
जिसे हम आमतौर पर "सनशाइन विटामिन" के नाम से जानते हैं, विटामिन डी न केवल हड्डियों के लिए, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी बेहद जरूरी है। इसकी कमी से व्यक्ति के स्वभाव में उदासी, झुंझलाहट और फोकस की कमी जैसी समस्याएं आ सकती हैं।

3. विटामिन सी की कमी
विटामिन सी केवल इम्यून सिस्टम के लिए नहीं, बल्कि ऊर्जा और मूड के संतुलन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अगर आपके शरीर में इसकी कमी है, तो आप लगातार थकान, कमजोरी और मनोदशा में गिरावट महसूस कर सकते हैं, जिससे चिड़चिड़ापन बढ़ता है।

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खानपान से कैसे पूरी करें विटामिन्स की कमी?
विटामिन बी12 के स्रोत:

मांसाहारी लोगों के लिए: मांस, अंडे, दूध, दही, चीज
शाकाहारी विकल्प: फोर्टिफाइड सीरियल्स और सोया मिल्क

विटामिन डी के स्रोत:
सुबह की धूप में 15 मिनट रहना सबसे बेहतर तरीका है।
आहार से लें: अंडे की जर्दी, मछली, दूध, पनीर, फोर्टिफाइड फूड्स

विटामिन सी के स्रोत:
संतरा, नींबू, अमरूद, पपीता, ब्लूबेरी, ब्रोकली, पत्तागोभी, शिमला मिर्च
आप चाहें तो विटामिन सी फोर्टिफाइड जूस या सप्लिमेंट्स भी ले सकते हैं।

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क्यों जरूरी है विटामिन्स पर ध्यान देना?
चिड़चिड़ापन केवल एक मूड डिसऑर्डर नहीं है — यह शरीर के भीतर चल रही पोषण संबंधी गड़बड़ियों का परिणाम भी हो सकता है। अगर समय रहते विटामिन्स की कमी को नहीं पहचाना गया, तो यह समस्या आगे चलकर एंग्जायटी, डिप्रेशन और न्यूरोलॉजिकल इश्यूज़ का रूप भी ले सकती है। इसलिए अगर आपको बार-बार मूड स्विंग्स होते हैं, छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा आता है या हमेशा थकावट महसूस होती है, तो डॉक्टर से परामर्श लें और अपने विटामिन लेवल्स की जांच जरूर कराएं।


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Content Writer

Anu Malhotra

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