Rupees vs Dollar: रुपये की गिरावट पर वित्त मंत्री सीतारमण का बयान- ''रुपया अपना स्तर खुद बना लेगा, चिंता की बात नहीं''
punjabkesari.in Saturday, Dec 06, 2025 - 05:18 PM (IST)
नेशनल डेस्क : अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया लगातार कमजोर हो रहा है। इस पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक कार्यक्रम में इस मुद्दे पर अपनी राय रखी। उन्होंने शनिवार को कहा कि रुपये की गिरावट को लेकर ज्यादा चिंता करने की बात नहीं है और "रुपया अपना लेवल खुद ही बना लेगा।" वित्त मंत्री ने कहा कि जब विपक्ष में रहते हुए उनकी पार्टी ने रुपये की कमजोरी का मुद्दा उठाया था, तब आर्थिक हालात बिल्कुल अलग थे।
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आर्थिक बुनियाद मजबूत
वित्त मंत्री ने वर्तमान स्थिति की तुलना UPA शासनकाल से करते हुए कहा कि पिछली चर्चाओं के बाद आज भारत की आर्थिक स्थिति बदल चुकी है। उन्होंने जोर देकर कहा कि करेंसी वैल्यूएशन को देश के Macroeconomic Indicators के संदर्भ में देखना चाहिए। "अर्थव्यवस्था के बुनियादी सिद्धांतों पर गौर करें, हम जहां पर खड़े हैं, कुछ फैक्टर्स बहुत ही खास हैं, जो भारत को एक बहुत ही अलग स्थिति में रखते हैं।... यूपीए के समय महंगाई दर बहुत ज्यादा थी, अर्थव्यवस्था नाजुक थी, और जब आपकी करेंसी पर भी असर पड़ता है तो कोई भी इससे प्रभावित होने से नहीं बचता।"

संक्षेप में सीतारमण का इशारा था कि भले ही रुपया कमजोर हुआ हो, लेकिन भारत की आर्थिक बुनियाद यानि की Economic Fundamentals मजबूत है, इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है।
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RBI गवर्नर बोले- बाजार को कीमत तय करने दें
वित्त मंत्री के बयान से पहले RBI के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने भी रुपये की गिरावट पर केंद्रीय बैंक का रुख स्पष्ट किया था। उन्होंने कहा कि RBI विदेशी मुद्रा बाजार में रुपये के लिए किसी बैंड को टारगेट नहीं करता है और वह घरेलू मुद्रा को अपना स्तर खोजने की अनुमति देता है। उन्होंने मौद्रिक नीति के बाद एक प्रेस वार्ता में कहा, "हम किसी करेंसी लेवल पर या किसी बैंड को लक्ष्य नहीं बनाते। हम बाजार को कीमतें निर्धारित करने देते हैं। हमारा मानना है कि बाजार, विशेष रूप से लॉन्ग टर्म में बहुत कुशल होते हैं।"
₹90 के पार पहुंचा था रुपया
हाल ही में बुधवार 3 दिसंबर को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया गिरकर ₹90.43 के अपने सर्वकालिक निचले स्तर पर पहुंच गया था। यह गिरावट मुख्य रूप से विदेशी निवेशकों की बिकवाली और कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के दबाव के कारण आई थी। बाद में रुपये में सुधार हुआ और यह गुरुवार को ₹89.89 पर और शुक्रवार को ₹89.94 पर बंद हुआ।
