रामनवमी के दौरान पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा पर गृह मंत्रालय सख्त, ममता सरकार से मांगी विस्तृत रिपोर्ट

punjabkesari.in Tuesday, Apr 04, 2023 - 06:20 PM (IST)

नेशनल डेस्क: केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले में रामनवमी के दौरान हुई हिंसा पर राज्य सरकार से मंगलवार को एक विस्तृत रिपोर्ट तलब की। सूत्रों ने यह जानकारी दी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के राज्यपाल सी वी आनंद बोस से बात करने तथा राज्य में और खासतौर पर हावड़ा के हिंसा प्रभावित इलाकों में मौजूदा स्थिति का जायजा लेने के कुछ दिनों बाद यह कदम उठाया गया है।

सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्रालय ने हावड़ा में रामनवमी के दौरान हुई हिंसा पर पश्चिम बंगाल सरकार से एक विस्तृत रिपोर्ट तलब की है। पुलिस ने बताया कि 30 मार्च को इस त्योहार के दौरान दो समूहों के बीच झड़पें हुई थीं। इलाके में कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया था और दुकानों में तोड़फोड़ की गई थी। हावड़ा में हिंसा के सिलसिले में 30 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

अराजकता फैलाने वाले नहीं बचेंगे- बोस
दार्जिलिंग का दौरा छोड़कर हुगली जिले के हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचे पश्चिम बंगाल के राज्यपाल डॉ. सी वी आनंद बोस ने मंगलवार को कहा कि हुड़दंगियों को कानून को हाथ में लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकार भीड़तंत्र को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए मिलकर काम करेगी। उन्होंने कहा कि कानून प्रवर्तन एजेंसियों की तरफ से ‘‘ठोस कार्रवाई'' की जाएगी। बोस ने कहा कि हिंसा को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और अराजकता फैलाने वाले नहीं बचेंगे।

उन्होंने कहा, ‘‘हम हुड़दंगियों को कानून को अपने हाथों में लेने की कभी अनुमति नहीं देंगे। केंद्र, राज्य, राजनीतिक दल, मीडिया और जनता, भीड़तंत्र को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए हाथ मिलाएंगे।'' पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने कहा हम कभी भी अंधेरे की ताकतों को समाज की फिरौती के लिए नहीं लेने देंगे। हम गलत काम करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे। लोगों को शांति से रहने का अधिकार है, यह अधिकार किसी भी कीमत में स्थापित किया जाएगा। 

कुछ हिस्सों में तोड़फोड़ की घटनाएं हुई
रिसड़ा में रविवार की शाम राम नवमी जुलूस के दौरान झड़प की खबर मिली है जिसमें भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष एवं पार्टी के विधायक बिमान घोष भी मौजूद थे। इस दौरान विधायक घायल हो गये और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। श्रीरामपुर के कुछ हिस्सों में तोड़फोड़ की घटनाएं हुई जिसके बाद निषेधाज्ञा लगा दी गयी और इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गयीं।


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Content Editor

rajesh kumar

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